पटना: अल्पसंख्यक कल्याण और सूचना एवं प्रावैधिकी मंत्री शाहिद अली खान के तथाकथित रूप से आतंकी कनेक्शन मामले में गृह विभाग की जांच पूरी हो गयी है. विभाग ने आइजी (ऑपरेशन) अमित कुमार, डीआइजी (एसटीएफ) उमाशंकर सुधांशु व सीतामढ़ी के एसपी पंकज कुमार सिंह से स्पष्टीकरण पूछा है.
उनसे पूछा गया है कि जब सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) से सूचना मिली, तो उसका क्रॉस वेरिफिकेशन क्यों नहीं किया गया? अगर गलत सूचना थी, तो एसएसबी के डीजी के समक्ष विरोध क्यों नहीं किया गया?
टिप्पणी से इंकार : इस बीच, गृह विभाग के प्रधान सचिव आमिर सुबहानी ने सरकार की इस कार्रवाई पर किसी तरह की टिप्पणी देने से इनकार किया है. गृह विभाग ने दो दिन पहले इन तीनों आइपीएस अधिकारियों से स्पष्टीकरण पूछा है. इन अधिकारियों को बताने को कहा गया है कि इस तरह की आसूचना के आकलन में गफलत कैसे हुई. इन सारे तथ्यों पर सरकार व पुलिस मुख्यालय स्थिति स्पष्ट करें.
फरवरी के प्रथम सप्ताह में मंत्री शाहिद अली खान के आतंकियों से कनेक्शन का मामला सामने आया था. मामले के प्रकाश में आने के बाद राज्य सरकार ने इसकी जांच करायी थी. जांच रिपोर्ट में उपरोक्त तथ्यों का खुलासा हुआ है. विधानमंडल के बजट सत्र में विपक्षी दलों ने मंत्री को बरखास्त करने की मांग की थी. सरकार ने विपक्ष की मांग को ठुकराते हुए जल्द ही स्थिति से जनता को वाकिफ कराने की घोषणा की थी.