पटना: सोमवार की सुबह आधे घंटे की आंधी-पानी ने ही शहर की बिजली व्यवस्था ध्वस्त कर दी. दर्जन भर से अधिक पावर सब स्टेशनों के ब्रेकडाउन हो जाने से लाखों की आबादी घंटों बिजली-पानी को तरसती रही. अहले सुबह ही बिजली गुल हो जाने का लोगों की दिनचर्या पर भी व्यापक असर पड़ा. पानी की तलाश में लोग इधर-उधर भटकते रहे.
पेसू के अधिकारियों की मनमानी से भी उपभोक्ता त्रस्त रहे. पेसू पूर्वी अंचल के अधीक्षण अभियंता से लेकर कंकड़बाग के कार्यपालक अभियंता फोन रिसीव करने से बचते रहे. उन्होंने उपभोक्ताओं के सवाल का जवाब देना तक उचित नहीं समझा. सुबह चार बजे से ही गड़बड़ायी बिजली व्यवस्था शाम चार बजे के बाद कुछ सुधरी.
मीठापुर ग्रिड सुबह चार बजे ही बंद
मीठापुर ग्रिड से जुड़े छह सब स्टेशनों को सुबह चार बजे से लेकर दोपहर दो बजे तक बिजली नहीं मिल सकी. इसके चलते समूचा दक्षिणी और मध्य पटना दस घंटे अंधकार में डूबा रहा. इनमें करबिगहिया, अशोक नगर, कंकड़बाग, हनुमान नगर, रामकृष्णा नगर, राजेंद्रनगर सब स्टेशनों से जुड़ी छह लाख से अधिक आबादी शामिल रही.
संपतचक ग्रिड के मेंटेनेंस को लेकर सुबह चार बजे बिजली काटी गयी. छह बजे तक मेंटेनेंस पूरा होना था, मगर सात बजे तक मेंटेनेंस नहीं हो सका. इस बीच आंधी-पानी आने से बिजली व्यवस्था चरमरा गयी. दोपहर 11:30 बजे बिजली आयी, पर आधे घंटे बाद ही फिर ब्रेकडाउन हो गया. दोपहर दो बजे के बाद ही स्थिति सामान्य हो सकी. बाइपास में पेड़ गिर जाने से टेलीकॉम फीडर का इंसुलेटर डैमेज हो गया. इसके चलते श्रीकृष्ण मेमोरियल फीडर से लेकर पटना विवि तक बिजली आपूर्ति दोपहर तीन बजे तक बाधित रही.
पश्चिम पटना में भी जबरदस्त संकट
शहर के पश्चिमी हिस्से में भी जबरदस्त बिजली संकट रहा. आंधी-पानी के बाद डाकबंगला से लेकर खगौल तक कई पावर सब स्टेशन ट्रिप कर गये. खासकर एनसी प्रमंडल से जुड़े बोरिंग रोड, केनाल रोड, एसके पुरी, बोर्ड कॉलोनी, आइजीआइएमएस आदि इलाके में सुबह सात बजे गायब हुई बिजली दोपहर तीन बजे आयी. दानापुर में 33 हजार केवी का केबल पंर होने से कैटल फीडर बंद हो गया. एयरपोर्ट और वेटनरी कॉलेज के पास पेड़ गिरने से तार टूट गया. पुनाईचक पावर सब स्टेशन का जंफर कटने से भी संबंधित इलाके में आठ से दस घंटे बिजली गुल रही. मेजर ब्रेकडाउन के बावजूद वीवीआइपी इलाके बिजली कटौती से अछूते रहे.