पटना: पटना जंकशन पर कोई आये-जाये, कहीं कोई रोक नहीं है. किसी भी इंट्री प्वाइंट पर चेकिंग की व्यवस्था नहीं है. टिकट-बेटिकट कोई भी किसी तरह का सामान लेकर आराम से प्लेटफॉर्म व ट्रेनों में घूम सकता है. जबकि, रेलवे किसी भी अप्रिय घटना को अंजाम देने के लिए सबसे सॉफ्ट टारगेट माना जाता है.
केवल ट्रेन से उतरनेवाले की ही जांच
जंकशन की सुरक्षा व्यवस्था कितनी कैसी इसका जायजा प्रभात खबर ने सोमवार की सुबह दस बजे लिया. जंकशन के प्लेटफॉर्म से लेकर मुख्य प्रवेश द्वार (पटना जंकशन व करबिगहिया) और फुट ओवरब्रिज पर कहीं भी सुरक्षाकर्मी नजर नहीं आये. लोग बेरोकटोक एक नंबर प्लेटफॉर्म से ट्रेन और दूसरे प्लेटफॉर्म में जा रहे थे. प्लेटफॉर्म संख्या एक पर पूर्वी फुट ओवरब्रिज के निकास पर सिर्फ ट्रेन से उतरनेवाले यात्रियों की टिकट जांच हो रही थी.
मुख्य प्रवेश व निकास द्वार पर जांच के लिए कोई उपकरण नहीं है. 22 अगस्त, 2012 को यहां दो मेटल डिटेक्टर लगाये गये थे, लेकिन ये कुछ ही दिन में खराब हो गये. मेटल डिटेक्टर वीआइपी मूवमेंट के समय ही देखने को मिलता है. जंकशन पर 10 से अधिक इंट्री प्वाइंट हैं.