इसके साथ ही माला सिन्हा का दावा है कि उन्होंने शुक्रवार को ही 40 पार्षदों को अपने पक्ष में कर लिया था. इस हिसाब से देखें तो मेयर उम्मीदवारी को लेकर चारों गुट का अपने को मेयर पद के लिए आवश्यक 38 पार्षदों से अधिक समर्थन होने की बात कर रहे हैं. रविवार को भी उम्मीदवार पार्षद को लेकर बैठक करेंगे और अपनी दावेदारी को मजबूत रखने की कोशिश होती रहेगी.
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मेयर चुनाव: सीता साहू की उम्मीदवारी के बाद भाजपा के सात वार्ड पार्षद जदयू खेमे में गये पार्षद 75, भाजपा-जदयू का 50-50 समर्थन का दावा
पटना : भले ही पटना नगर निगम में पार्षदों की संख्या 75 है, लेकिन अभी तक मेयर के उम्मीदवारों के दावे की बात करें तो पार्षदों की संख्या 179 से 180 तक इनकी संख्या पहुंच जा रही है. अकेले भाजपा गुट का दावा है कि उनके समर्थन में 50 से अधिक पार्षद आ चुके हैं. […]
पटना : भले ही पटना नगर निगम में पार्षदों की संख्या 75 है, लेकिन अभी तक मेयर के उम्मीदवारों के दावे की बात करें तो पार्षदों की संख्या 179 से 180 तक इनकी संख्या पहुंच जा रही है. अकेले भाजपा गुट का दावा है कि उनके समर्थन में 50 से अधिक पार्षद आ चुके हैं. वहीं रजनी समर्थक जदयू गुट कर रहा है कि उनके समर्थन में तत्काल 49 पार्षदों की संख्या आ चुकी है. इसके अलावा तीसरा निलेश मुखिया गुट के अनुसार अभी तक 40 पार्षदों का समर्थन उन्हें प्राप्त हो चुका है.
इसके साथ ही माला सिन्हा का दावा है कि उन्होंने शुक्रवार को ही 40 पार्षदों को अपने पक्ष में कर लिया था. इस हिसाब से देखें तो मेयर उम्मीदवारी को लेकर चारों गुट का अपने को मेयर पद के लिए आवश्यक 38 पार्षदों से अधिक समर्थन होने की बात कर रहे हैं. रविवार को भी उम्मीदवार पार्षद को लेकर बैठक करेंगे और अपनी दावेदारी को मजबूत रखने की कोशिश होती रहेगी.
समर्थन में 49, भाजपा से असंतुष्ट आकर मिले
जदयू समर्थक वार्ड 22 सी की पार्षद रजनी राय के पति गोरख राय बताते हैं कि इनके समर्थन में शुक्रवार तक 42 पार्षद थे, लेकिन शनिवार को भाजपा के असंतुष्ट पार्षद हमारे पास आ चुके हैं आैर अब हमारे समर्थक का आंकड़ा 49 हो चुका है. बतौर गोरख राय पार्षद मधु चौरसिया, पिंकी यादव से लेकर कई और भाजपा समर्थक पार्षदों का समर्थन मिल रहा है. इसके अलावा मेयर उम्मीदवार माला सिन्हा के साथ आने की चर्चा चल रही है.
पूर्व मेयर अफजल का भी मिलेगा साथ
दूसरी तरफ मेयर पद की उम्मीदवार पार्षद सुचित्रा सिंह के पति निलेश मुखिया के अनुसार उनके पास समर्थन में 40 पार्षदों की सूची है. शनिवार को जदयू के असंतुष्ट के दो ग्रुप आठ और पांच पार्षद लेकर समर्थन में आ चुके हैं. वहीं भीतरखाने की रिपोर्ट है कि पूर्व मेयर अफजल इमाम भी इनके समर्थन में आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि जो पार्षद सबसे अधिक पार्षद लेकर आयेगा, रविवार को बैठक कर उसे उपमहापौर पद का उम्मीदवार बना दिया जायेगा.
रविवार को करेंगे बैठक, पार्षद तय करेंगे नाम : पूर्व मेयर अफजल इमाम की पत्नी महजबीं की उम्मीदवारी लगभग समाप्त हो चुकी है. अफजल इमाम ने बताया कि रविवार को बैठक करेंगे और पार्षदों के अनुसार मेयर के उम्मीदवार का नाम तय किया जायेगा, लेकिन भीतरखाने की रिपोर्ट बताती है कि अफजल गुट के पार्षदों की संख्या कम हो चुकी है. इस कारण उन्होंने अपनी पत्नी की उम्मीदवारी हटा ली है और चर्चा है कि वो जदयू के विरोध वाले भाजपा गुट सीता साहू के साथ मिलने जा रहे हैं.
विनय कुमार पप्पू होंगे उपमहापौर के उम्मीदवार
विनय कुमार पप्पू भाजपा पक्ष के उपमहापौर के उम्मीदवार होने जा रहे हैं. इसको लेकर बीजेपी गुट रविवार को बैठक कर नाम घोषित कर देगा. इसके अलावा भाजपा की ओर से वार्ड 58 की पार्षद सीता साहू को मेयर का उम्मीदवार बनाने के बाद भीतरखाने में विरोध होना शुरू हो गया है. भले ही विधायक अरुण कुमार सिन्हा दावा कर रहे हैं कि 50 से अधिक पार्षद हैं, लेकिन जदयू खेमा कह रहा है कि शनिवार को सात पार्षद उनके गुट से आकर मिल चुके हैं. पूर्व उपमहापौर विनय कुमार पप्पू ने बताया कि पार्षद जीत, पिंकी यादव व अन्य लोगों के साथ समर्थक पार्षदों को मजबूत करने का काम किया जा रहा है.
माला सिन्हा का फोन ऑफ, समर्थन में 40 पार्षद : मेयर पद की उम्मीदवार माला सिन्हा अब अंडर ग्राउंड हो चुकी हैं. उनका मोबाइल स्विच ऑफ हो गया. दोपहर तक उनका दावा था कि समर्थन में 40 पार्षद हैं. शुक्रवार की रात उन्होंने बैठक की थी.
कई पार्षद हुए आउट आॅफ कवरेज : इसके अलावा एक दर्जन से अधिक पार्षद आउट आॅफ कवरेज हो चुके हैं. इस कारण उम्मीदवारों का संघर्ष भी बढ़ गया है. सूत्रों की मानें, तो उनमें से कुछ पार्षद पहले से अपने समर्थकों के साथ सेट हो चुके हैं.
दानापुर नगर पर्षद के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद के लिए जोड़-तोड़ शुरू : दानापुर. अध्यक्ष व उपाध्यक्ष चुनाव में अब चार दिन शेष रह गये हैं. नगर पर्षद के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद के दावेदारों ने एक दूसरे के किले में सेंधमारी करने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है. अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद के लिए दो दावेदार मैदान में रह गये हैं. चुनाव मैदान में बने रहते हुए सभी बहुमत का दावा कर रहे हैं. बहुमत जुटाने के लिए पार्षदों को अपने पक्ष में करने के लिए हर तरह हथकंडे अपनाये जा रहे हैं. कई पार्षद भूमिगत हो गये है और कई पार्षदों ने अपना मोबाइल बंद कर दिया है.
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