कौआकोल : प्रखंड के बैंकों की स्थिति इन दिनों काफी बदतर होकर रह गयी है. इसका खामियाजा ग्राहकों को भुगतना पड़ रहा है. नोटबंदी के 26 दिन बाद भी बैंकों में रुपये निकासी को लेकर ग्राहकों की लंबी-लंबी कतारें देखने को मिल रही है. घंटों कतार में रहने के बाद भी ग्राहकों को पर्याप्त रुपये नहीं मिल पा रहे है. इससे उनके आवश्यक कार्यों पर प्रतिकूल असर पड़ रहे हैं. हर दिन बैंकों के बाहर अफरातफरी है. कुछ ऐसा ही वाक्या पीएनबी शाखा के बाहर देखने को मिली.
कतार में खड़े रहने के दौरान मची अफरातफरी से धमनी निवासी मोहम्मद रेयाज अचानक बेहोश हो गये. जबकि, एसबीआइ सीएसपी बड़राजी के बाहर दिव्यांगता पेंशन लेने आयी ढाव की निगार कतार में दहाड़ मारकर रोने लगी. युवती का कहना था कि रुपये निकालने के चक्कर में वह तीन दिनों से भूखे प्यासे कतार में लगी रहती है. बावजूद बैंक कर्मी द्वारा चहेते लोगों को साइड से बुला-बुला कर केवल रुपये दिये जाते हैं. सरकार के नये दिशा निर्देश को भी दरकिनार करते हुए बैंक कर्मचारियों द्वारा ग्राहकों को रुपये देने में राशि का अभाव बताकर कोताही बरती जा रही है. इससे खासकर जिनके घरों में शादी विवाह है उन्हें भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कतार में रहे कई ग्राहकों ने बताया कि उनके घरों में शादी रहने की बात बताये जाने के बाद भी प्रबंधक द्वारा दो हजार से अधिक रुपये नहीं देने की बात कही जाती है. इससे उनके सामने भारी परेशानी की स्थिति उत्पन्न हो गयी है.