21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

मनोज हत्याकांड में जेल गये इंस्पेक्टर

चार वर्षों से फरार चल रहे थे नगर थाने के पूर्व इंस्पेक्टर नवादा सदर : बुधवार को नवादा व्यवहार न्यायालय में आत्मसमर्पण करने के बाद नगर थाने के पूर्व इंस्पेक्टर देवेंद्र चौधरी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया. पिछले साढ़े चार वर्षों से इंस्पेक्टर फरार चल रहे थे. व्यवहार न्यायालय में सीजेएम कोर्ट […]

चार वर्षों से फरार चल रहे थे नगर थाने के पूर्व इंस्पेक्टर
नवादा सदर : बुधवार को नवादा व्यवहार न्यायालय में आत्मसमर्पण करने के बाद नगर थाने के पूर्व इंस्पेक्टर देवेंद्र चौधरी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया. पिछले साढ़े चार वर्षों से इंस्पेक्टर फरार चल रहे थे.
व्यवहार न्यायालय में सीजेएम कोर्ट में पेश होने के बाद इंस्पेक्टर देवेंद्र चौधरी को कैदी वाहन से जेल भेज दिया गया. नगर थाना क्षेत्र में सर्राफा व्यवसायी संजय वर्मा की हत्या के मामले में पुलिस ने लक्ष्मीपुर निवासी मनोज यादव को पूछताछ के लिए थाने में लाया था. पिटाई के दौरान मनोज की हाजत में मौत और दूसरे जगह शव पाये जाने के मामले में काफी हंगामा हुआ था. इस मामले में एसडीपीओ संजय कुमार सिंह, इंस्पेक्टर देवेंद्र चौधरी, जमादार बीके मिश्रा, दारोगा ज्योति बसु, राजा, राजकुमार व सिपाही निराला को आरोपित बनाया गया था. सभी को एक साथ ट्रांसफर कर दिया गया था. जांच के बाद कई को आरोप मुक्त कर दिया गया था. इस मामले में दारोगा ज्योति बसु जमानत पाकर औरंगाबाद में ड्यूटी कर रहे हैं. देवेंद्र चौधरी स्पेशल ब्रांच में कार्यरत थे. लगातार वारंट के बाद भी देवेंद्र चौधरी नहीं आ रहे थे. कोर्ट ने उन्हें भगोड़ा घोषित किया था.
क्या था मामला : जिले में पुलिस हिरासत में एक युवक की मौत के मामले में एक डीएसपी सहित पांच पुलिसकर्मियों के खिलाफ नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. मृतक मनोज कुमार के पिता दयानंद यादव के बयान पर सदर पुलिस उपाधीक्षक संजय कुमार सिंह, नगर थानाध्यक्ष देवेंद्र चौधरी व तीन अन्य सब इंस्पेक्टरों के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. परिजनों का आरोप था कि हिरासत में युवक की पिटाई कर जान ले ली गयी. इस घटना को लेकर पुलिस व स्थानीय लोगों के बीच शहर के मुख्य क्षेत्र में हिंसक झड़प हुई थी. भीड़ ने पुलिस अधीक्षक व जिलाधिकारी के आवास पर पथराव किया था.
घटना के बाद नवादा शहर में निषेधाज्ञा लागू कर दी गयी थी. परिजनों का आरोप था कि मनोज कुमार (30) की पुलिस हिरासत में मौत के बाद उसके शव को बैरिया इलाके में फेंक दिया गया था. जानकारी के अनुसार, एक आभूषण व्यवसायी की लूट के बाद हत्या के मामले में मनोज कुमार को पांच दिन पहले पुलिस ने हिरासत में लिया था और हिरासत में ही उसकी मौत हो गयी.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें