रजौली : प्रखंड के जंगलों में पेड़ों की कटाई से जंगल सिकुड़ती जा रही है. जंगल में गांव बसते जा रहे हैं. प्राकृतिक कारणों के कारण जंगलों में आग लगने से बड़े जंगली क्षेत्र पेड़ विहीन हो जा रहे हैं. वन माफियाओं द्वारा महिलाओं द्वारा लकड़ी स्थानीय आरा मशीनों पर खुलेआम भेजा जा रहा है.
रजौली के पुरानी बस स्टैंड स्थित आरा मशीन में दिन-रात जंगली लकड़ी लाया जा रहा है. इस संबंध में रजौली के रेंजर आरके श्रीवास्तव ने बताया की हमारे वन विभाग में महिला वनरक्षी नहीं रहने के कारण पुरूष वनरक्षी द्वारा महिला को पकड़ना ठीक नहीं है. इसका फायदा जंगली क्षेत्र की महिला उठाती हैं. धड़ल्ले से जंगल की कटाई कर रही हैं. रेंजर ने बताया कि नदियां क्यों सूख रही है, वर्षा क्यों ठहरी है, बाढ़ व भूकंप क्यों हो रहे हैं. इन सभी स्थितियों का कारण पेड़ पौधों की कटाई व पर्यावरण संरक्षण की ओर से उदासीनता व असंतुलित पर्यावरण ही इस स्थिति का मुख्य कारण है. वन विभाग जागरूकता पैदा करने में जुड़ा है. वैसे स्थिति काफी विस्फोटक हो चुकी है. इधर, वन माफियाओं व आरा मशीन वालों ने जब से वनों के क्षेत्र पदाधिकारी के निलंबन की सूचना सुना है, तब से फुले नहीं समा रहे हैं.