धरना देकर आर्थिक सर्वेक्षण की गड़बड़ियों को दूर करने की मांग
नवादा : आर्थिक, सामाजिक जातीय सर्वेक्षण में ग्रामीणों के साथ दोयम दर्ज का व्यवहार हो रहा है. ये बातें भाकपा (माले) के एक दिवसीय धरना में कार्यकर्ताओं ने कहीं. मेवालाल राजवंशी की अध्यक्षता में समाहरणालय के निकट धरना दिया गया. राज्य कार्यालय के निर्देश पर हुए धरना में सदस्यों ने कहा कि केंद्र सरकार की मंशा सर्वेक्षण के माध्यम से अहलुवालिया समिति रिपोर्ट को लागू कराना है.
इसके तहत ग्रामीण क्षेत्रों में 28 रुपये व शहरी क्षेत्र में 32 रुपये प्रतिदिन कमाने वालों को नाम बीपीएल सूची से हटाना है. भाकपा माले इसकी निंदा करता है. सचिव नरेंद्र सिंह ने कहा कि सभी गरीबों को अनाज उपलब्ध करने का दावा राज्य सरकार ने किया था. उसे हर हाल में गरीबों को अनाज उपलब्ध कराना चाहिए. धरना में रोह प्रखंड के बेनीपुर में मारे गये राजो मांझी के हत्यारे को गिरफ्तार करने व परिजनों को पांच लाख मुआवजा देने की मांग की.
धरना में सावित्री देवी, भोला राम, सुदामा देवी, जगदीश चौहान, विनय कुमार, श्याम देव विश्वकर्मा, ग्यास उद्दीन, राधे श्याम वर्मा आदि उपस्थित थे.