मौलवी व फोकानिया की परीक्षा में तीसरे दिन व्यवस्था में सुधार दिखी. परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गयी. साथ ही वीक्षकों की संख्या भी बढ़ायी गयी है. जिला शिक्षा पदाधिकारी लगातार विभिन्न परीक्षा केंद्रों का जायजा लेकर कदाचार रोकने में सक्रिय रहे. हालांकि, बिहार बोर्ड द्वारा मैट्रिक व इंटर की परीक्षा की तरह […]
मौलवी व फोकानिया की परीक्षा में तीसरे दिन व्यवस्था में सुधार दिखी. परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गयी. साथ ही वीक्षकों की संख्या भी बढ़ायी गयी है. जिला शिक्षा पदाधिकारी लगातार विभिन्न परीक्षा केंद्रों का जायजा लेकर कदाचार रोकने में सक्रिय रहे. हालांकि, बिहार बोर्ड द्वारा मैट्रिक व इंटर की परीक्षा की तरह अब भी व्यवस्था में कमी दिखती है. कदाचार तो रुक नहीं रहा है.
नवादा (नगर) : जिले में आयोजित मौलवी व फोकानिया की परीक्षा में कदाचार रोकने का नाम नहीं ले रहा. प्रशासन की पहल पर परीक्षा केंद्रों पर पुलिसकर्मियों की तैनाती की गयी है. लेकिन इसका कोई खास असर परीक्षा मे नकल रोकने में नहीं दिख रहा है. परीक्षार्थी चिट-पूरजे व गेस पेपर, गाइड के सहारे धड़ल्ले से नकल करते दिख रहे हैं. परीक्षा संचालन के लिए जिला प्रशासन द्वारा जो व्यवस्था की गयी है, वह भी सवालों के घेरे में दिख रहा है. जिले में परीक्षा संचालन के लिए पांच परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं.
परीक्षा को लेकर सभी परीक्षा केंद्रों में अल्पसंख्यक समाज के शिक्षकों को केंद्राधीक्षक बनाया गया है. दबे जवान में यह सवाल उठने लगा है कि मैट्रिक, इंटर या अन्य प्रतियोगिता परीक्षाओं का संचालन जब विद्यालय के प्राचार्य सीएस के रूप में करते हैं, तो मदरसा बोर्ड द्वारा आयोजित मौलवी व फोकानिया की परीक्षा में संबंधित स्कूलों के प्राचार्यों को सीएस के रूप में प्रतिनियुक्त क्यों नहीं की गयी. मदरसा बोर्ड से संबंधित उर्दू भाषा में आये निर्देशों को पढ़ने व समझने के लिए सहयोगी के रूप में सहायक केंद्राधीक्षक बनाकर अल्पसंख्यक समाज के शिक्षकों को लगाया जा सकता था. लेकिन सीएस के रूप में बनाये जाने को लेकर लोग सवाल उठा रहे हैं.
व्यवस्था में हुआ बदलाव : मौलवी व फोकानिया की परीक्षा के तीसरे दिन व्यवस्था में सुधार देखने को मिला. परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गयी. महिला परीक्षा केंद्रों पर महिला पुलिस भी लगायी गयी. लेकिन परीक्षा में नकल करते हुए परीक्षार्थी तीसरे दिन भी देखे गये. परीक्षा को लेकर जो बाहरी व्यवस्था बनी है, उसमें तो सुधार दिखा.
लेकिन क्लास रूम के अंदर चिट-पूरजे से नकल करते हुए परीक्षार्थियों को पकड़ने की कवायद कम दिखी. कुछ परीक्षा केंद्रों पर वीक्षक कदाचार को बढ़ावा देने में लिप्त दिखे. हालांकि, सदर एसडीओ राजेश कुमार ने सख्ती के साथ परीक्षा संचालन कराने का निर्देश दिया है तथा सभी वीक्षकों को परिचय पत्र के साथ ड्यूटी करने को कहा है.
फर्जी परीक्षार्थियों को पकड़ने के लिए भी चलेगा अभियान : जिला शिक्षा पदाधिकारी गोरख प्रसाद ने कहा कि दूसरे के स्थान पर परीक्षा देनेवाले फर्जी परीक्षार्थियों को पकड़ने के लिए अभियान चलाया जायेगा. सभी परीक्षार्थियों को एडमिट कार्ड से फोटो मिलान कर बैठाने की व्यवस्था करनी है.
इसके लिए सीएस को निर्देश दिया गया है. इसके अलावे यदि कोई भी व्यक्ति फर्जी परीक्षार्थी के बारे में जानकारी देना चाहते हैं, तो वे डीएम, एसपी, एसडीओ, एसडीपीओ या डीइओ के मोबाइल पर एसएमएस या फोन करके भी इसके बारे में सूचना दे सकते हैं. सदर एसडीओ राजेश कुमार ने भी फर्जी परीक्षार्थियों पर नकेल कसने की बात कही है.