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एसबीआइ में लगी रिसाइक्लर मशीन

एसबीआइ में लगी रिसाइक्लर मशीन एक ही मशीन से रुपये निकालने व जमा करने की होगी सुविधाअब बैंकों की शाखाओं में नहीं लगना होगा कतार में एक बार में जमा कर सकते हैं 49 हजार 900 रुपये फोटो-12प्रतिनिधि, नवादा (सदर)एसबीआइ में लगाये गये एटीएम कक्ष में रिसाइक्लर मशीन भी लगा दिया गया. इसके माध्यम से […]

एसबीआइ में लगी रिसाइक्लर मशीन एक ही मशीन से रुपये निकालने व जमा करने की होगी सुविधाअब बैंकों की शाखाओं में नहीं लगना होगा कतार में एक बार में जमा कर सकते हैं 49 हजार 900 रुपये फोटो-12प्रतिनिधि, नवादा (सदर)एसबीआइ में लगाये गये एटीएम कक्ष में रिसाइक्लर मशीन भी लगा दिया गया. इसके माध्यम से उपभोक्ता अपने खाते में बिना किसी दूसरे के सहयोग के रुपये जमा कर सकते हैं. साथ ही इस मशीन से भी एटीएम कार्ड से रुपये निकाल भी सकते हैं. टू-इन-वन रिसाइक्लर मशीन का उद्घाटन मंगलवार को एसबीआइ मुख्य शाखा के मुख्य प्रबंधक प्रेम कुमार ने किया. एटीएम रूम में पहले से लगाये गये मशीन को हटाकर एक नयी मशीन लगी है. श्री कुमार ने बताया कि जिले से सटे कई पड़ोसी जिलों में भी इस तरह की मशीन अभी नहीं लगायी गयी है. बिहार के गिने-चुने जिलों के बाद नवादा में यह सुविधा उपलब्ध करायी गयी है़ यह मशीन 24 घंटे उपभोक्ता की सेवा के लिए उपलब्ध होगा. इस मशीन के माध्यम से उपभोक्ता 24 घंटे में कभी भी अपने खाते के साथ-साथ स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर जयपुर, स्टेट बैंक ऑफ पटियाला के देश के किसी शाखाओं के खाते में एक बार में 49 हजार 9 सौ रुपये जमा कर सकते है. उपभोक्ता चाहें तो 24 घंटे में अनलिमिटेड पैसे जमा कर सकते हैं. हां, 49 हजार 9 सौ रुपये जमा करने के दौरान यह ख्याल रखना होगा कि नोटों की संख्या 50 से अधिक न हो. इस रिसाइक्लर मशीन में हजार, पांच सौ व सौ के नोट ही स्वीकार किये जाते हैं. असली-नकली नोटों की जांच भी मशीन में हो जाता है. नकली नोट होने पर यह स्वत: उसे रिजेक्ट कर देता है. उद्घाटन के मौके पर मुख्य प्रबंधक के साथ ही उप प्रबंधक विजय नारायण सिंह, एटीएम प्रभारी सत्येंद्र नारायण द्विवेदी सहित कई बैंक कर्मी मौजूद थे.क्या है जमा करने की प्रक्रियारिसाइक्लर मशीन टू-इन-वन है. इसमें स्क्रीन पर हमेशा कैश डिपोजिट व कैश विड्रोवल का चिह्न उभरता नजर आता है. उपभोक्ता को अपनी सुविधानुसार विकल्प चुनना है. कैश डिपोजित विकल्प में उपभोक्ता को पहले बैंक का चयन करना है. इसके बाद अपना मोबाइल नंबर इंट्री करना है. पहली बार में मांगे गये मोबाइल नंबर में भेजने वाले का मोबाइल नंबर इंट्री किया जा सकता है व दूसरी बार मोबाइल नंबर की मांग करने पर उपभोक्त चाहे तो जिसके पास रुपये भेज रहे हैं, उसका नंबर दे सकते हैं या फिर भेजने वाले खुद का नंबर दे सकते हैं. इस प्रक्रिया के बाद मशीन द्वारा बैंक खाता नंबर मांगा जाता है. खाता नंबर देने के बाद उपभोक्ता द्वारा उसे कंफर्म किया जाता है. मशीन द्वारा स्क्रीन पर अकाउंट नंबर, मोबाइल नंबर के साथ खाताधारी का नाम भी आता है. इससे कंफर्म करने के बाद भेजे जानेवाले रुपेय दर्ज करना पड़ता है. मशीन का कैश डिपोजिट बॉक्स ऑटोमेटिक ओपेन हो जाता है. उपभोक्ता अपने नोटों को सही तरीके से उस बॉक्स में जमा कर सकते है. इसके बाद से स्क्रीन पर उपभोक्ता द्वारा जमा किये गये नोटों की संख्या के साथ-साथ कुल धन राशि दिखायी जाती है. इस प्रक्रिया को कंफर्म करने के बाद राशि स्वत: उपभोक्ता के खाते में जमा हो जाता है. इसके जमा होने के बाद उपभोक्ता के बैलेश की जानकारी स्क्रीन पर दी जाती है. अंत में मशीन से कंफर्म पर्ची भी निकलता है. पूरी तरह एडवांस है मशीनरिसाइक्लर मशीन पूरी तरह एडवांस है. उपभोक्त के हर गतिविधि को कैमरे में कैद किया जाता है. गलत नोट डालने की प्रक्रिया तीन बार होने पर मशीन द्वारा उपभोक्ता के अन्य राशि को सीज कर लिया जाता है. बाद में संबंधित शाखा से संपर्क करने के बाद ही समाधान हो पाता है. आनेवाले दिनों में शुरू होनेवाले टच फिंगर प्रिंट से भी इस मशीन से पैसे की निकासी की जा सकती है. उपभोक्ताओं को होगी सहूलियत भारतीय स्टेट बैंक के मुख्य शाखा में लगाया गया यह रिसाइक्लर मशीन उपभोक्तओं के लिए सहुलियत प्रदान करेगी. एक ही मशीन से उपभोक्ता जमा एवं निकासी दोनों कर सकते है. बैंकिंग आवर में लंबी कतार में लगने से उपभोक्ताओं को निजात मिलेगी. 24 घंटे में कभी भी उपभोक्ता अपने खाते में राशि जमा कर सकते है.प्रेम कुमार, मुख्य प्रबंधक, भारतीय स्टेट बैंक, नवादा

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