छद्म नाम से शनिवार की रात डीएम ने लिया अस्पताल का जायजा
नवादा : नाम कृति शर्मा. शहर की रहने वाली. डायरिया से पीड़ित यह महिला अपने पति के साथ शनिवार की रात 10:25 बजे सदर अस्पताल पहुंचती है. इनके पति ने दो रुपये देकर परची कटवाया व डॉक्टर संजीव कुमार के पास पहुंचे.
डॉक्टर ने मरीज की बात सुनी व औपचारिकता स्वरूप कुछ दवाएं परची पर लिख डाली. पति परची लेकर दवा के लिए काउंटर पर गये. वहां उन्हें ओआरएस की पुरिया दी गयी. दूसरी दवाएं स्टोर में नहीं होने की बात कही गयी. इसी बीच परिसर में रोज की तरह मौजूद दलालों की नजर इन पर पड़ी. दलालों ने परची इनके हाथ से ले लिया व दवा दिलाने को बाहर लाया.
बाहर आते ही इन्हें सारी बात समझ में आ गयी. वह परची लेकर अपनी पत्नी के साथ वापस लौट गये. इन घटनाओं के गवाह कोई ओर नहीं बल्कि डीएम आदेश तितरमारे बने. उन्होंने सदर अस्पताल में व्याप्त भ्रष्टाचार का वास्तविक रूप जानने के लिए ऐसा नाटक किया.
डीएम साहब वहां से लौट कर सीधे सिविल सजर्न डॉ एमपी शर्मा के आवास पर पहुंचे और उन्हें पूरी जानकारी दी. फिर क्या था, सिविल सजर्न ने सदर अस्पताल जा कर दोनों बिचौलिये नारदीगंज निवासी सत्यम कुमार व नरहट के दीपक कुमार को पकड़ कर थाने को सौंप दिया.
दोनों पर प्राथमिकी दर्ज कर जेल भेज दिया गया. सिविल सजर्न ने कहा डीएम साहब के जाने पर जब हमने इमरजेंसी का जायजा लिया तो वहां सभी दवाएं मौजूद थी जो कथित कृति शर्मा नामक मरीज को लिखी गयी थी. उन्होंने कहा कि ड्यूटी पर तैनात नर्स कमला कुमारी, सरस्वती देवी व राजकुमारी ने मरीज को दवा नहीं दी. यह न सिर्फ कार्यो में लापरवाही है, जबकि जानबूझ कर किया गया काम है.
उन्होंने नर्सो से स्पष्टीकरण मांगा है. इधर, डीएम ने कहा कि व्यवस्था में बदलाव को लेकर यह कदम उठाया गया है.
उन्होंने कहा कि सदर अस्पताल की कुव्यवस्था को लेकर निरंतर सूचनाएं मिल रही थी. हमने खुद मरीज के परिजन के रूप में जब जायजा लिया तो सारी बातें साफ हो गयी. उन्होंने कहा कि अब हालात बदलेंगे. जिम्मेवार लोगों को अपना दायित्व समझना होगा.