नवादा : आकर्षक सजावट, लाइट व खास कर बंगला रीति रिवाज के अनुसार मां दुर्गा की पूजा के लिए रेलवे कॉलोनी दुर्गापूजा समिति की पहचान है. प्रत्येक वर्ष की तरह इस बार भी पूजा समिति द्वारा पूजा की तैयारी के लिए सदस्य जुट गये हैं.
इस वर्ष मां दुर्गा, भगवान गणोश, मां काली सहित कुल छह प्रतिमाएं स्थापित की जा रही है. बंगाली रीति रिवाज से पूजा की तैयारी में समिति के अध्यक्ष चंद्रिका प्रसाद, उपाध्यक्ष राम स्वरूप प्रसाद, आरएस सिंह आदि सदस्य जुटे हैं.
पूजा समिति की स्थापना
रेलवे कॉलोनी दुर्गापूजा समिति की स्थापना 1950 में हुई थी. स्थापना काल से ही यहां मां की पूजा बंगला रीति रिवाज से करायी जा रही है. पहले छोटा पंडाल बना कर पूजा होती थी, लेकिन 2008 में दुर्गा मंदिर का निर्माण कर मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की गयी.
प्रतिमा की व्यवस्था
स्थानीय मिर्जापुर मुहल्ला के मूर्तिकार विजय कुमार पंडित यहां आकर्षक मूर्ति बनाने के काम में जुटे हैं. बाढ़ के चर्चित डेकोरेशन प्रतिष्ठान के माध्यम से पूजा पंडाल के आस–पास व सड़कों के किनारे आकर्षक लाइट लगा कर रोशनी की व्यवस्था की जा रही है. पूजा पंडाल से लेकर पूरा रेलवे परिसर रोशनी युक्त होगा.
प्रशासन से सहयोग
हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी मेला के दौरान होने वाली काफी भीड़ को देखते हुए प्रशासनिक व्यवस्था चुस्त–दुरुस्त करने की मांग पूजा समिति द्वारा रेलवे पुलिस व जिला प्रशासन से की गयी है. पिछले वर्ष मूर्ति बनवाने में 12 हजार रुपये व लाइट की व्यवस्था में 60 हजार रुपये खर्च हुए थे.
इस वर्ष महंगाई के कारण मूर्ति निर्माण में 40 हजार, लाइट में 80 हजार रुपये व प्रसाद में 30 हजार रुपये खर्च करने का बजट बनाया गया है. पूजा में खर्च होने वाला पैसा रेलवे कर्मचारियों के चंदे व दानकर्ता के सहयोग से एकत्रित किया जाता है.
समिति के सदस्य ने कहा
महंगाई के कारण पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष खर्च में काफी वृद्धि की गयी है. जो बजट बनाया गया है, उतना पैसा आसानी से चंदे एकत्रित किया जा रहा है. मेला में शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए रेलवे पुलिस व जिला प्रशासन सहयोग मांगा गया है.