नवादा : गुरुवार की शाम को मैट्रिक परीक्षा का रिजल्ट घोषित किया गया. रिजल्ट घोषित होते ही उसे देखने के लिए बाजार में भीड़ लगी रही. शाम साढ़े चार बजे से जैसे ही बिहार विद्यालय परीक्षा समिति का रिजल्ट इंटरनेट पर प्रकाशित हुआ छात्र-छात्राएं व अभिभावक साइबर कैफे के पास जुटने लगे. मैट्रिक परीक्षा में इंटरमीडिएट की अपेक्षा बेहतर रिजल्ट आया है. रिजल्ट देखने के बाद किसी के चेहरे पर उदासी, तो किसी के चेहरे पर रौनक दिखी. जिले से कोई भी परीक्षार्थी राज्य के टॉपर में शामिल नहीं हो पाया है. बावजूद 70 से 80 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले परीक्षार्थियों की संख्या काफी रही.
कोचिंग सेंटरों में खुशियां
मैट्रिक रिजल्ट के प्रकाशन के साथ ही कोचिंग सेंटरों में खुशियां मनायी जाने लगी. बेहतर रिजल्ट आने के बाद विद्यार्थी सेंटरों में पहुंच कर शिक्षकों का आशीर्वाद लिये व एक-दूसरे का मुंह मीठा किया. फ्रंटलाइन कोचिंग सेंटर, ब्राइट कैरियर कोचिंग सेंटर, इंडियन कोचिंग सेंटर, एसके विद्यापीठ कोचिंग सेंटर, दिल्ली सेंट्रल कोचिंग सेंटर आदि में सफल परीक्षार्थियों ने इकट्ठा होकर खुशियां मनायी.
रिजल्ट जानने को इच्छुक
परीक्षार्थी रिजल्ट जानने के लिए बेचैन दिखे. कोई इंटरनेट तो कोई मोबाइल से ही रिजल्ट जानने के लिए बेचैन दिखा. गांव में रहने वाले विद्यार्थी भी मोबाइल के जरिये अपने संबंधियों को रौल कोड व रौल नंबर लिखा कर रिजल्ट जान रहे थे.
रुपये पाने का है इंतजार
मैट्रिक परीक्षा में प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण होने वाले छात्र-छात्राओं को 10 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि के रूप में दिया जाता है. छात्र-छात्राएं भी आपस में इंटर परीक्षा में होने वाले खर्च का इंतजाम होने की बात करते दिखे.