राजगीर : मुख्य प्रशासनिक अधिकारी निर्माण दक्षिणी रेलवे ब्रह्मेश्वर चौधरी ने राजगीर-कोडरमा रेलखंड के विस्तारीकरण कार्य का जायजा सोमवार को लिया. रेलखंड के जायजा लेने के बाद राजगीर में पत्रकारों से मुखातिब होते हुए उन्होंने कहा कि इस रेलखंड में राजगीर से तिलैया तक ट्रेन का परिचालन चालू है
तथा तिलैया से खरौंद तक कुल 25 किलोमीटर रेलखंड का निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है और इस वर्ष के अंत तक इस रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन शुरू कर दिया जायेगा. वहीं खरौंद से कोडरमा के बीच 40 किलोमीटर रेलखंड फॉरेस्ट लैंड होने की वजह से काम बंद है. फॉरेस्ट विभाग से क्लियरेंस नहीं मिल सकने के कारण इस पर अब तक काम शुरू नहीं किया जा सका है. बताते चले कि राजगीर से कोडरमा तक रेल विस्तारीकरण की आधारशिला वर्ष 2004 में ही तत्कालीन रेलमंत्री नीतीश कुमार ने रखा था,
जिसे वर्ष 2008 में पूरा कर लेना था. उन्होंने बताया कि फॉरेस्ट क्लियरेंस की सारी औपचारिकता रेलवे द्वारा पूरा कर लिया गया है. फॉरेस्ट क्लियरेंस मिलने के बाद इस पर युद्ध गति से काम किया जायेगा. एक सवाल पर उन्होंने कहा कि बिहारशरीफ, शेखपुरा और बरबीघा रेल विस्तारीकरण का कार्य फंड की कमी के कारण अभी बंद है. सरकार के द्वारा क्लियरेंस मिलते ही इस रेलखंड पर काम शुरू किया जायेगा. उन्होंने बताया कि इस रेलखंड पर अभी 12 किमी में ही थोड़ा काम हो सका है. निरीक्षण के दौरान उन्होंने उपस्थित पदाधिकारियों से काम में रफ्तार लाने का निर्देश दिया. इस अवसर पर मुख्य सिग्नल दूरसंचार इंजीनियर राजेश कुमार, मुख्य अभियंता नरेंद्र कुमार, उप मुख्य अभियंता पीके आलोक, प्रोटोकॉल पदाधिकारी के.के. सिंह सहित अन्य उपस्थित थे.