पटना/बिहारशरीफ : लोजपा नेता बृजनाथी सिंह की हत्या में उपयोग किये गये एके 47 हथियार को नालंदा पुलिस बल के सिपाही अनिल सिंह ने उपलब्ध कराया था. उक्त सिपाही भी बृजनाथी सिंह के राघोपुर के गांव फतेहपुर का रहने वाला है, लेकिन नाम सामने आते ही वह भूमिगत हो गया है. पटना पुलिस ने नालंदा […]
पटना/बिहारशरीफ : लोजपा नेता बृजनाथी सिंह की हत्या में उपयोग किये गये एके 47 हथियार को नालंदा पुलिस बल के सिपाही अनिल सिंह ने उपलब्ध कराया था. उक्त सिपाही भी बृजनाथी सिंह के राघोपुर के गांव फतेहपुर का रहने वाला है, लेकिन नाम सामने आते ही वह भूमिगत हो गया है.
पटना पुलिस ने नालंदा पुलिस को भी उसकी संलिप्तता के संबंध में जानकारी दे दी है. सूत्रों का कहना है कि मुन्ना सिंह से पूछताछ में यह बात सामने आयी है कि उसने अनिल सिंह से पहले एक एके 47 राइफल दो लाख 80 हजार में खरीदी थी. अनिल सिंह इसके लिए तीन लाख मांग रहा था. एक एके 47 खरीदने के बाद दूसरा एके 47 भी खरीदा गया, ताकि एक का उपयोग बृजनाथी सिंह पर हमला करने में किया जाये और दूूसरा पुलिस या किसी अन्य स्थिति से निबटने में किया जाये.
चालक ने 2013 में भी मुन्ना को दी थी जानकारी
बृजनाथी सिंह के चालक बबलू ने 2013 में भी मुन्ना सिंह को जानकारी दी थी. उस समय बृजनाथी सिंह की हत्या की योजना उनके जीरो माइल के स्थित आवास के समीप करने की योजना बनायी गयी थी. इसमें हमलावरों ने बृजनाथी सिंह पर हमला भी किया था, लेकिन इस हमले में वे बाल-बाल बचे थे. इस संबंध में अगमकुआं थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. चालक पर बृजनाथी सिंह काफी भरोसा करते थे. लेकिन पैसा देकर उसे भी मुन्ना सिंह ने मिला लिया था और वह पल-पल की खबर मुन्ना सिंह को देने लगा था.
मुन्ना को पकड़ने ग्रामीणों के वेश में गयी थी पुलिस
पटना पुलिस की टीम पूरी तरह ग्रामीण के वेश में थी और आमलोगों की तरह ही जेठुली घाट से राधोपुर गयी और फिर वह पकड़ा गया. इस दौरान उसने पुलिस पर फायरिंग कर भागने का भी प्रयास किया. पुलिस इस मामले में काफी सर्तकता बरत रही थी. अंत में मिली सफलता.
बृजनाथी सिंह हत्याकांड
रिमांड के लिए पुलिस आज करेगी आग्रह
मुन्ना सिंह को पटना पुलिस रिमांड पर लेगी और इसके लिए सोमवार को न्यायालय से आग्रह किया जायेगा. क्योंकि इस मामले में अभी भी कई लोगों के नाम सामने आना बाकी है, जो प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से शामिल थे. फतेहपुर के ही एक किराना दुकानदार देवेन्द्र सिंह का नाम भी पुलिस के समक्ष लाइनर के रूप में आया और इस नाम के बाद वहां के लोग आश्चर्यचकित है.