आधी आबादी में जश्न, मनायी होली
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शराबबंदी. मुख्यमंत्री की घोषणा की सभी ने की प्रशंसा, बच्चों में भी है काफी उत्साह
आधी आबादी में जश्न, मनायी होली मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के तत्काल प्रभाव से सभी तरह की शराब की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध की घोषणा का सभी वर्ग के लोगों ने खास कर आधी आबादी ने तहे दिल से प्रशंसा की है. अब होटलों और बार में भी शराब नहीं परोसी जायेगी और न ही अब […]
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के तत्काल प्रभाव से सभी तरह की शराब की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध की घोषणा का सभी वर्ग के लोगों ने खास कर आधी आबादी ने तहे दिल से प्रशंसा की है. अब होटलों और बार में भी शराब नहीं परोसी जायेगी और न ही अब किसी को लाइसेंस दिया जायेगा. इस फैसले के बाद गुजरात, मिजोरम और नागालैंड के बाद बिहार देश का चौथा पूर्ण शराबबंदी वाला राज्य बन गया है.
बिहारशरीफ : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा मंगलवार को सूबे में पूर्ण शराबबंदी की घोषणा किये जाने के बाद आधी आबादी ने जम कर खुशियां मनायीं. काफी दिनों से शराबबंदी की मांग को लेकर आंदोलन कर रहीं महिलाओं को मुख्यमंत्री की इस घोषणा ने काफी राहत दी है. पूर्ण शराबबंदी की घोषणा होते ही महिलाएं सड़क पर निकल आयीं और एक-दूसरे को अबीर-गुलाल लगा कर बधाइयां दीं व खुशियां मनायीं.
स्थानीय सोहसराय मुहल्ला में महिलाएं व बच्चों ने खुशियां मनाते हुए मुख्यमंत्री के इस साहसी कदम का तहे दिल से स्वागत किया. महिलाएं एवं बच्चे इस बात से खुश थे कि शराब का सबसे ज्यादा दुष्परिणाम उन्हें ही झेलनी पड़ती थी. पुरुष लोग कमाई का एक बड़ा हिस्सा दारू पर खर्च कर देते थे, मगर घर में खाने का प्रबंध है या नहीं, इसकी चिंता उन्हें नहीं रहती थी. पूर्ण शराबबंदी लागू होने से उन्हें अब इससे मुक्ति मिलेगी.
शराब से हो रही थी अनेक बीमारियां
आयुर्विज्ञान संस्थान पावापुरी के चिकित्सक केके मणी बताते हैं कि शराब सेवन से हार्ट अटैक की संभावना बढ़े या न बढ़े, मगर इससे दूसरी जानलेवा बीमारियां होने का खतरा जरूर बढ़ जाता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन की पिछले वर्ष आयी रिपोर्ट के मुताबिक शराब से बेचैनी, लीवर सिरोसिस, पेन क्रियाटाइटिस, आत्महत्या की प्रवृत्ति, हिंसा और दुर्घटना जैसे मामले बढ़ गये हैं. शराब के सेवन से मुंह, नाक, गला, पेट, लीवर और स्तन के कैंसर का खतरा बढ़ता है.
ज्यादा शराब के सेवन से रोग प्रतिरोध क्षमता कमजोर हो जाता है. निमोनिया और टीबी होने का खतरा भी बढ़ जाता है. गर्भावस्था के दौरान शराब के सेवन से शिशु का ग्रोथ कुप्रभावित होता है. अधिक शराब के सेवन से जिगर क्षतिग्रस्त होने लगता है. बार-बार क्षतिग्रस्त होने से जिगर में रेशा बनने लगता है, जिससे वह सिकुड़ने लगता है तथा छोटी-छोटी गांठें पड़ जाती हैं. श्री मणि बताते हैं कि शराब का सेवन इनसान को तबाही की ओर ले जाता है. मानव जीवन इसके कारण समय से पहले ही मौत का शिकार हो जाता है. शराब व्यक्ति के तन-मन-धन को खोखला बना देता है. स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने से परिवार की आर्थिक स्थिति भी दिन-ब-दिन बिगड़ती जाती है.
मुख्यमंत्री को भेजी बधाई : हिलसा (नालंदा). मंगलवार से पूरे प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी की ऐतिहासिक घोषणा से हिलसावासियों में गजब का उत्साह छा गया. लोग इसे अब तक की सबसे बड़ी खुशी बता फूले नहीं समा रहे हैं. शराब पर पूर्ण पाबंदी की खबर जैसे ही टीवी पर आयी आंदोलनकारी-समाजसेवियों के साथ आम जन भी एक-दूसरे को फोन कर अथवा सोशल मीडिया पर बधाई देने लगे. लोगों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सामूहिक बधाई संदेश भेज कर इसे कभी न भुलनेवाला फैसला बताया.
बधाई देनेवालों में रामाधीन प्रसाद, ब्रह्मदेव प्रसाद सिन्हा, डॉ योगेंद्र प्रसाद, अनिल कुमार भारती, मधुसूदन कुमार, राजकिशोर प्रसाद, कुश प्रसाद सिन्हा, सलोनी प्रिया, कोमल गुप्ता, उमेश चंद्र प्रसाद, छोटे प्रसाद, मिथुन सिंह, चंदन कुमार, प्रो अमूल्य विजय भास्कर, राजीव रंजन, रजनीश रंजन, किशन राज, सूरज कुमार समेत सैकड़ों समाजसेवी व अन्य लोग शामिल थे.
जदयू ने बताया ऐतिहासिक फैसला : बिहारशरीफ. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सूबे में पूर्ण शराबबंदी की घोषणा को जदयू ने ऐतिहासिक फैसला बताया है. जिला जदयू के मुख्य प्रवक्ता संजय कांत सिन्हा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि देशी-विदेशी शराब पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाये जाने के ऐतिहासिक कदम से जिलेवासियों में हर्ष है. इसके लिए मुख्यमंत्री बधाई के पात्र हैं. उन्होंने इस कदम को साहसिक बताते हुए कहा है कि इस फैसले से विरोधियों के चेहरे से नकाब हट गया है और उनकी बोलती बंद हो गयी है.
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