माता के दर्शन को उमड़ेगा सैलाब
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शीतलाष्टमी का प्रसिद्ध मेला आज, मंिदर की विशेष सजावट
माता के दर्शन को उमड़ेगा सैलाब शीतलाष्टमी को ले बनाया गया बसियौड़ा प्रसाद बिहारशरीफ : विश्व प्रसिद्ध शीतलाष्टमी मेला को लेकर स्थानीय मघड़ा स्थित शीतला माता मंदिर सज-धज कर तैयार हो गया है. हालांकि बुधवार को सप्तमी तिथि से ही शीतला मां के मंदिर में भक्तों व श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगी है. बुधवार को […]
शीतलाष्टमी को ले बनाया गया बसियौड़ा प्रसाद
बिहारशरीफ : विश्व प्रसिद्ध शीतलाष्टमी मेला को लेकर स्थानीय मघड़ा स्थित शीतला माता मंदिर सज-धज कर तैयार हो गया है. हालांकि बुधवार को सप्तमी तिथि से ही शीतला मां के मंदिर में भक्तों व श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगी है. बुधवार को माता के प्रसाद के लिए बसियौड़ा का प्रसाद मीठी कुआं के पवित्र जल से बनाया गया. गुरुवार को अष्टमी तिथि को भारी संख्या में श्रद्धालुओं के जुटने की उम्मीद है.
शीतला माता मंदिर प्रबंधन तथा जिला प्रशासन के सहयोग से मेले की भीड़-भाड़ को देखते हुए विशेष इंतजाम किये गये हैं. मंदिर परिसर के उत्तरी भाग में सैकड़ों अस्थायी दुकानें, झूले, खेल-तमाशे आदि की दुकानें सज जाने से बुधवार से ही यहां मेला का दृश्य बन गया है. मघड़ा का शीतलाष्टमी मेला एक प्रसिद्ध ग्रामीण मेला है, जहां कई जिलों के श्रद्धालु भारी संख्या में शामिल होने आते हैं. पौराणिक मान्यता के अनुसार शीतला माता मंदिर में पूजन-अर्चन करने तथा तालाब में स्नान करने से चेचक से पीडि़त लोगों की बीमारी ठीक हो जाती है. वहीं महिलाओं का बांझपन की समस्या भी दूर हो जाती है.
शीतलाष्टमी का ऐतिहासिक मेला मघड़ा गांव में चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को आयोजित किया जाता है. पंडा समिति के अध्यक्ष रंजीत कुमार ने इस संबंध में बताया कि शीतला माता के चेचक रोग निवारक शक्ति के कारण इसकी ख्याति सैकड़ों वर्षों से पूरे राज्य में फैली हुई है. पौराणिक कथा के अनुसार माता पार्वती के यज्ञ के हवन कुंड में प्रवेश करने के उपरांत भगवान शिव ने उनके शरीर को लेकर आकाश में क्रोधित अवस्था में विचरण कर रहे थे.
माता-पार्वती के शरीर को देवताओं द्वारा खंडित कर दिया गया था. जहां-जहां उनके शरीर के अंश गिरे वे सब तीर्थ स्थल बन गये. मघड़ा में माता-पार्वती के शरीर के कुछ अवशेष घड़े में बंद कर पंचाने नदी के किनारे मीठी कुआं के पास देवाताओं द्वारा दबाया गया था. हजारों साल बाद मघड़ा गांव के ब्राह्मण द्वारा स्वप्न में माता का संदेश मिला थ, जिसके बाद मीठी कुआं के पास खुदाई करने पर माता शीतला की मूर्ति प्राप्त हुई थी. वर्तमान मेंे वह मूर्ति मंदिर में स्थापित है. श्रद्धालु पास के तालाब में स्नान कर मंदिर में पूजा-अर्चना कर पुण्य लाभ उठाते हैं.
बनाया गया बसियौड़ा का प्रसाद :
प्राचीन मान्यता के अनुसार बुधवार को सप्तमी तिथि को ही मघड़ा सहित आसपास के लगभग तीन दर्जन गांवों में बसियौड़ा का प्रसाद बनाया गया. प्रसाद में चलने का दाल, चावल तथा लाल साग का प्रयोग किया जाता है. ग्रामीणों द्वारा अष्टमी तिथि गुरुवार को इसी प्रसाद को खाया जाता है.
इन गांवों में अष्टमी तिथि को चूल्हे नहीं जलाये जाते हैं. यहां तक कि नाते-रिश्तेदार जो मेला देखने अथवा पूजा अर्चना करने आते हैं वे सभी बसियौड़ा का प्रसाद ही खाते हैं. मीठी कुआं के पानी से ही सारा प्रसाद बनाया जाता है. दूसरे गांवों के लोग भी प्रसाद बनाने के लिए यहीं से पानी ले जाते हैं.
नामांकन के दौरान हंगामा
प्रखंड कार्यालय में हाय-तोबा,रोड़ेबाजी
पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए किया बल का प्रयोग
पिस्टल भी निकाली,कई के चोटिल होने की बात
एसडीपीओ ने संभाला मोरचा,स्थिति नियंत्रण में
करायपरशुराय. पंचायत चुनाव के हो रहे नामांकन के दौरान अचानक अराजकता की स्थिति उत्पन्न हो गयी. प्रखंड कार्यालय परिसर में हुए रोड़ेबाजी के दौरान कई लोग चोटिल हो गये.
घटना की जानकारी के बाद मौके पर पहुंचे हिलसा एसडीपीओ प्रमेंद्र भारती के अथक प्रयास के बाद स्थिति को सामान्य किया गया.इस घटना में एक दारोगा के भी घायल होने की बात बतायी जा रही है.रोड़ेबाजी व भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मौके पर जुटी पुलिस को आंशिक बल का भी प्रयोग करना पड़ा,हालांकि एसडीपीओ ने पुलिस द्वारा बल के प्रयोग किये जाने की बात को सिरे से नकार दिया है.एसडीपीओ ने बताया कि पुलिस अपनी सूझ-बूझ से लोगों को शांत करने में कामयाब रही है.
घटना बुधवार की है.प्रखंड कार्यालय में समर्थकों की भारी भीड़ जुटी थी.इसी बीच किसी असामाजिक तत्व द्वारा भीड़ में शामिल एक महिला समर्थक के घायल होने की अफवाह उड़ा दी.इस अफवाह के बाद किसी ने पुलिस पर चप्पल फेंक दिया.इस घटना के बाद भीड़ को अनियंत्रित होता देख पुलिस द्वारा बल का प्रयोग किया जाने लगा.भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी.भीड़ में पुलिस ने पिस्टल भी निकाले.
इस रोड़ेबाजी की घटना में स्थानीय गंगा बिगहा गांव निवासी पार्वती देवी,मुन्ना यादव,आशीष कुमार सहित करीब छह लोग जख्मी हो गये,जिसे इलाज के लिए स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भरती कराया गया है.वारदात में चिकसौरा थाने में कार्यरत एक दारोगा के भी चोटिल होने की बात बतायी जा रही है.हिलसा एसडीपीओ ने बताया कि घटना में किसी पुलिसकर्मियों द्वारा लाठियां नहीं भांजी गयी है.
उन्होंने बताया कि नामांकन के लिए कई प्रत्याशी एक साथ आ गये थे,इसी को लेकर समर्थकों की भारी भीड़ जुट गयी थी.भीड़ को नियंत्रित करने के द्वारा पुलिस पर चप्पल फेंकने की बात सामने आ रही है.वैसे लोगों का ेचिन्हित कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.एसडीपीओ के अनुसार कुछ लोगों के मौके से भागने के दौरान चोटें आयी हैं.किसी पुलिस के घायल होने की बात को एसडीपीओ ने सिरे से खारिज किया है.
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