बिहारशरीफ : कुष्ठ नियंत्रण के लिए जिले के 13 पीएचसी के डॉक्टरों को बेहतर इलाज करने के गुर सिखाये गये. गुरुवार को सदर अस्पताल के सभागार में जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी डाॅ रवींद्र कुमार ने चिकित्सकों को कुष्ठ के बेहतर इलाज करने के टिप्स बताये. जो पूर्व में कुष्ठ निवारण की ट्रेनिंग नहीं ले पाये थे, उन्हें कुष्ठ बीमारी के लक्षण की पहचान, रोग के इलाज, मरीजों को दवा देने तथा खिलाने आदि के बारे में ट्रेंड किया गया.
कुष्ठ विभाग के कर्मी उमेश प्रसाद ने भी चिकित्सकों को कुष्ठ विकलांगता से मरीजों को कैसे बचाया जाये, इस बारे में ट्रेनिंग दी. चिकित्सकों से कहा गया है कि अगर कुष्ठ से किसी मरीज में विकलांगता होती है, तो इसकी सूची जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी को उपलब्ध कराएं, ताकि उसका समुचित इलाज व ऑपरेशन समय पर किया जा सके. कुष्ठ विकलांगता से पीड़ित मरीजों को विभाग की ओर से नि:शुल्क ऑपरेशन किया जाता है.
साथ ही नि:शुल्क दवाइयां एवं अन्य चिकित्सीय सुविधाएं उपलब्ध करायी जाती हैं. जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी डाॅ रवींद्र कुमार ने बताया कि नूरसराय, इस्लामपुर, एकंगरसराय, सिलाव, थरथरी, सदर अस्पताल, राजगीर, हिलसा समेत 13 अस्पतालों के चिकित्सकों को प्रशिक्षित किया गया. इसके अलावा जिला स्वास्थ्य समिति के सभागार में आशा फैसिलिटेटरों को भी कुष्ठ बीमारी के लक्षण की पहचान के बारे में टिप्स दिये गये. कहा गया कि जिस व्यक्ति में तांबे रंग का दाग उभर आये, तो उसे इलाज के लिए अस्पताल भेजें.