बिहारशरीफ : रविवार को दूसरे दिन भी टीइटी,एसटीइटी नियोजित शिक्षक संघ का आमरण अनशन जारी रहा. संघ के जिला उपाध्यक्ष अखिलेश कुमार ने अनशन में शामिल शिक्षकों को उत्साह वर्द्धन करते हुए कहा कि हमारी सभी मांगें जायज है तथा यदि हमारी मांगे जल्दी पूरी नहीं की गयी तो हम मजबूर होकर आंदोलन को और तेज करेंगे. उन्होंने कहा कि सरकार की गलत नीतियों के कारण एनसीटीई के सभी मापदंडों को पूरा करने के बावजूद भी उन्हें उपेक्षित किया जा रहा है. अन्य प्रदेशों में टीइटी, एसटीइटी उत्तीर्ण शिक्षकों को सहायक शिक्षक का दर्जा प्राप्त है. बिहार में सरकार तथा विभाग द्वारा राइट टू एजुकेशन की धज्जियां उड़ायी जा रही है.
अनशन को संबोधित करतु हुए संघ के संयोजक शिव शंकर लाल ने कहा कि सरकार जब तक वेतन विसंगति,सेवाशर्त, ससमय वेतन भुगतान, दो वर्ष सेवा पूर्ण करने वाले शिक्षकों को ग्रेड पे का संधारण आदि नहीं करती है. तब तक उनका अनशन जारी रहेगा. रविवार से बिहार अराजपत्रित प्रारंभिक शिक्षक संघ भी आंदोलन को अपना समर्थन दे दिया है. संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष हरेन्द्र चौधरी व राज्य परिषद सदस्य राकेश बिहारी शर्मा ने धरने में शामिल होकर उनकी मांगों को जायज ठहराया.
उन्होंने कहा कि यदि इनकी मांगें शीघ्र पूरी नहीं की गई तो सूबे के तमाम शिक्षक इनके समर्थन में सड़कों पर उतर आयेंगे. आगामी 29 फरवरी को उन्होंने बिहार विधान सभा का घेराव करने की भी घोषणा की. इस मौके पर शिक्षक संघ के मुकेश मणि,पवन कुमार,मुकेश कुमार,अनिल कुमार सिन्हा,राजेश कुमार, संतोष कुमार सुमन,अजीत कुमार कौशिक,अवसर आलम,रजनीश रंजन,अश्विनी राज,रामानुज पांडेय,कौशल कुमार आदि मौजूद थे.