हिलसा (नालंदा) : महादलित परिवार के साथ दुष्कर्म का प्रयास के बाद मुकदमा नहीं उठाने पर पति की हत्या की दी जा रही धमकी को लेकर भाकपा माले प्रखंड कमेटी एवं खेमस ने विरोध मार्च निकाला. दर्जनों महिला एवं पुरुष बैनर पोस्टर के साथ स्थानीय बाजार के काली स्थान से मुख्य मार्ग होते हुए अनुमंडल कार्यालय पहुंचे,
जहां बाद में सभा का आयोजन किया गया. वक्ताओं ने कहा कि लालू का मंडल-टू और नीतीश का न्याय के साथ विकास का वास्तविक रूप दिखायी दे रहा है. दो जून की रोटी मुश्किल से जुटानेवाले बड़की घोषी गांव निवासी छोटे मांझी को राजद के समर्थकों ने हवश का शिकार बनाने के लिए पत्नी राजकुमारी देवी एवं बहू को पकड़ लिया था. विरोध करने पर पीड़िता को गंभीर रूप से घायल कर दिया गया.
इस संबंध में न्याय के लिए थाने में आवेदन दिये जाने के बावजूद एक भी आरोपित को हिरासत में नहीं भेजा जा सका. अन्य आराेपितों को सरकार की मशीनरी आज तक खोज नहीं पायी है. जबकि, मुकदमा वापस नहीं लेने पर पीड़ित परिवार को हत्या की धमकी दी जा रही है.
पीड़ित को तो किसी प्रकार की सहायता नहीं मिली, लेकिन हत्यारों का मनोबल बढ़ गया. वक्ताओं ने अपराधियों की शीघ्र गिरफ्तारी कर स्पीडी ट्रायल के तहत मुकदमा चलाने, महादलितों को सुरक्षा प्रदान करने व पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की. बैठक को रामधारी दास, जयप्रकाश पासवान, मम्मू राम, चुन्नु चंद्रवंशी, मुन्नी लाल यादव, दिनेश यादव, शिवशंकर प्रसाद समेत अन्य नेताओं ने संबोधित किया.