हिलसा : गर्भवती महिला को इलाज कराने को लेकर मंगलवार को हिलसा शहर के मुख्य मार्ग पर उस समय अजीबो गरीब हो गया, जब ससुराल एवं मायके वालों के बीच हिंसक झड़प उत्पन्न हो गयी. इस दौरान साला -बहनोई के झगड़े में ढाल बन कर खड़ी हुई गर्भवती महिला की हालत गंभीर हो गयी.
जिसे स्थानीय पुलिस के हस्तक्षेप के बाद आनन-फानन में महिला को इलाज के लिए पटना ले गया. जबकि इस झड़प में दोनों पक्षों से आधा दर्जन लोग लहुलुहान हो गये. मंगलवार को इस्लामपुर थाना क्षेत्र के धोबडीहा गांव निवासी गर्भवती महिला इलाज कराने के लिए अपने परिजन के साथ हिलसा आयी थी. जिसकी सूचना पाकर महिला के ससुराल वाले भी पहुंचे. गर्भवती महिला के मायके वालों का कहना था कि इलाज हिलसा न करा कर एकंगरसराय में करायेंगे.
जबकि ससुराल वालों का कहना था कि इलाज हिलसा में ही करायेंगे. अब इसी बात को लेकर ससुराल वालों एवं मायके वालों के बीच कहा सुनी होने लगा और दोनों पक्ष तेवर में आ कर गाली-ग्लौज करने लगे. देखते ही देखते विवाद इतना बढ़ गया कि साला-बहनोई के बीच झड़प होने लगी.
शहर के सिनेमा मोड़ के समीप झड़प होते देख सैकड़ों लोगों की भीड़ जुट गयी. जबकि साला-बहनोई के झगड़े मिटाने के लिए गर्भवती महिला अपनी हालत की बिना प्रवाह किये झगड़े में ढाल बन कर खड़ी हो गयी. जहां साला-बहनोई के बीच चल रहे मुक्के व फैट का शिकार महिला को होना पड़ा व महिला कि दर्द-पीड़ा और बढ़ गया.
इस गर्भवती महिला को देख लोग चिंतित थे. परंतु झगड़े मिटाने के लिए किसी ने हिम्मत नहीं जुटाया. बाद में घटना की सूचना पा कर स्थानीय थानाध्यक्ष मदन प्रसाद सिंह आये और दोनों पक्षों को समझा बुझा कर शांत कराया. तब गर्भवती महिला की हालत गंभीर देखते हुए उसे समुचित इलाज के लिए पटना ले जाया गया.