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तेज होगा आंदोलन
वित्तरहित शिक्षक व शिक्षकेतर कर्मचारियों ने दिया धरना बिहारशरीफ : जिले के संबद्ध डिग्री महाविद्यालयों में कार्यरत शिक्षा कर्मियों ने सरकार की उपेक्षा के कारण आंदोलन का रास्ता अख्तियार कर रहे हैं. अपनी मांगों को लेकर कर्मियों ने बुधवार को अस्पताल चौक पर धरना दिया. धरना के बाद एक शिष्ट मंडल जिलाधिकारी से मिल कर […]
वित्तरहित शिक्षक व शिक्षकेतर कर्मचारियों ने दिया धरना
बिहारशरीफ : जिले के संबद्ध डिग्री महाविद्यालयों में कार्यरत शिक्षा कर्मियों ने सरकार की उपेक्षा के कारण आंदोलन का रास्ता अख्तियार कर रहे हैं.
अपनी मांगों को लेकर कर्मियों ने बुधवार को अस्पताल चौक पर धरना दिया. धरना के बाद एक शिष्ट मंडल जिलाधिकारी से मिल कर एक ज्ञापन भी सौंपा. बिहार राज्य संबद्ध डिग्री महाविद्यालय शिक्षक-शिक्षकेत्तर कर्मचारी महासंघ के बैनर तले कर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर धरना दिया.
धरनार्थियों ने कहा कि बिहार सरकार विश्वविद्यालय अधिनियम 1976 की धारा 56 से 60 का अनुपालन करने के नाम पर कर्मियों को मिलने वाले अनुदान के लाभ से वंचित कर रहे हैं.
संबद्ध डिग्री कॉलेजों में कार्यरत 50 हजार शिक्षक एवं कर्मियों को न तो वेतन दिया जा रहा है और ना ही सामंजन की दिशा में कोई पहल की जा रही है. पिछले पांच वर्षो का अनुदान का भुगतान लंबित है.
वहीं दूसरी ओर अधिनियम की धारा 57 ए के नाम पर मामले को उलझा दिया गया है.
महासंघ ने सभी संबंध डिग्री कॉलेजों का अधिग्रहण करने कार्यरत शिक्षा कर्मियों की सेवा सामंजित करने, राज्य सरकार द्वारा जारी संकल्प के आधार पर पूर्व की तरह कर्मियों को 2010 से 2015 तक के लंबित अनुदान शीघ्र भुगतान करने, शिक्षक र्मियों को पूरा वेतनमान देने एवं विश्वविद्यालयों के सभी निकायों के संबंध में कॉलेजों की भागीदारी सुनिश्चित करने का मांग पत्र जिलाधिकारी को सौंपा. मांगे पूरी नहीं होने पर आंदोलन को और तेज करने का भी एलान किया गया.
इधर वित्तरहित शिक्षा संयुक्त संघर्ष मोरचा ने आंदोलन के चौथे में जिले के सभी संबंध डिग्री महाविद्यालय एवं प्रस्वीकृत इंटर कॉलेज के कर्मी बुधवार को भूख हड़ताल पर रहे. भूख हड़ताल पर रह कर आंदोलन को और तेज करने का संकल्प लिया.
तीन अगस्त से महाविद्यालयों को बंद कर विधान मंडल का अनिश्चितकालीन घेराव एवं जेल भरो आंदोलन चलाया जायेगा.आंदोलन करने वालों में जिला अध्यक्ष डॉ वीरेंद्र प्रसाद सिन्हा,महासचिव संगीता कुमारी,प्रो शैलेन्द्र प्रसाद आदि लोग अहम भूमिका निभायें.
इधर स्थानीय केएसटी कॉलेज,सलेमपुर,सोहसराय के शिक्षक व शिक्षकेतर कर्मी भी बुधवार को प्राचार्य डॉ अशोक कुमार के नेतृत्व में उपवास पर रहे.
इस मौके पर प्राचार्य डा. कुमार ने कहा कि सरकार डिग्री कॉलेज की समस्याओं से आंखें बंद कर ली है.विगत तीन दशक से शिक्षा के क्षेत्र में सरकार के कंधे से कंधा मिला कर चलने वाले इस संस्थानों में कार्यरत हजारों कर्मियों की सुध सरकार को नहीं है. सरकार द्वारा दिया गया अनुदान भी समय पर नहीं मिल पाने के कारण कर्मियों के समक्ष विषम परिस्थितियों उत्पन्न हो जाती है.
सरकार डिग्री कॉलेजों का अविलंब सरकारी करण करे अन्यथा भविष्य में जोरदार आंदोलन चलाया जायेगा.
इस मौके पर कॉलेज के प्रो रामकृष्णा प्रसाद, प्रो.शैलेश कुमार,प्रो आदित्य कुमार, प्रो नरेश प्रसाद,प्रो विजय कुमार,प्रो आशा प्रसाद,प्रो अशोक कुमार सहित अन्य शिक्षक व शिक्षकेतर कर्मी मौजूद थे.
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