अनुभव प्रमाणपत्र जांच में फर्जी पाया गया
इस्लामपुर : प्रखंड में शिक्षक नियोजन में भारी गड़बड़ी की आशंका जतायी जा रही है. इसी तरह की एक मामला प्रकाश में आया है. जहां शिक्षक नियोजन के समय अभ्यर्थियों द्वारा प्रस्तुत प्रमाणपत्रों की जांच का प्रावधान है.
प्रमाणपत्रों की जांच के बिना नियोजित शिक्षकों का मानदेय भुगतान नहीं करने की भी व्यवस्था है. लेकिन प्रशासनिक लापरवाही के कारण ऐसी महत्वपूर्ण प्रक्रिया की अनदेखी की जाती रही है. इस कारण नियोजित शिक्षकों में से कई लोगों के प्रमाणपत्र फर्जी होने पर उन्हें नियोजन से मुक्त करने और उनके वेतन आदि के रूप में प्राप्त राशि वसूली के भी उदाहरण मिल रहे हैं. ऐसा ही एक मामला प्रकाश में आया है.
इस्लामपुर प्रखंड की बौरीडीह पंचायत के प्राथमिक विद्यालय मदुदु में नियोजित शिक्षिका रंजु कुमारी पिता अवधेश द्वारा नियोजन के समय प्रस्तुत अनुभव प्रमाणपत्र की जांच प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी इस्लामपुर द्वारा करायी गयी, जांच के बाद उसका अनुभव प्रमाणपत्र फर्जी पाया गया है. हालांकि इस संबंध में अभी तक कोई प्राथमिकी कार्रवाई नहीं की जा सकी है. प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के अनुसार इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई के लिए उच्चधिकारी को लिखा जा रहा है.
ज्ञातव्य हो कि इस अनुभव प्रमाणपत्र के आधार पर नियोजन के समय मेधा अंक में अतिरिक्त बीस अंक जोड़ कर उक्त रंजु कुमारी को नियोजन कर लिया गया था. आश्चर्यजनक बात तो यह है कि लगभग नौ वर्ष गुजरने को है, फिर भी अभी तक न तो ऐसे फर्जी कारनामे के विरुद्ध कोई कार्रवाई की गई और न नियोजन इकाई ने इस संबंध में कोई पहल की.