बिहारशरीफ/सिलाव : सिलाव प्रखंड का प्रसिद्ध उच्चतर माध्यमिक विद्यालय राजकीयकृत श्री गांधी +2 उच्च विद्यालय बुनियादी सुविधाओं के अभाव में अपना पुराना गौरव खोता जा रहा है. विद्यालय में इंटरमीडिएट कक्षाओं के लिए विद्यालय में मात्र चार शिक्षक मौजूद है. कई विषयों में शिक्षकों की भारी कमी के कारण यहां कई विषयों की पढ़ाई नहीं हो रही है.
यहां इंटर मीडिएट कक्षाओं में लगभग 400 विद्यार्थी नामांकित है. कई विद्यार्थियों का कहना है कि उनहें बिना पढ़ाई किये ही परीक्षाओं में सम्मिलित होना पड़ रहा है. कई विद्याथी्र जिला मुख्यालय के विभिन्न कोचिंग संस्थानों में पढ़ ककर अपनी परीक्षा की तैयारी करने को मजबूर है. विद्यालय के छात्र राजेश कुमार ने बताया कि विद्यालय में भौतिकी विज्ञान, इतिहास, दर्शन शास्त्र आदि कई विषयों में शिक्षक नहीं है. इससे विद्यार्थियों को मोटी रकम खर्च कर कोचिंग संस्थानों में जाने को मजबूर होना पड़ रहा है. कई ग्रामीणों ने कहा कि इंटरमीडिएट का संचालन एक प्रकार से खानापूर्ति हो रही है. विद्यालय में जब कई नियमों में शिक्षक ही मौजूद नहीं है तो फिर यहां पढ़ाई की बात ही बेमानी होगी.
माध्यमिक कक्षाओं की स्थिति भी बदहाल : विद्यालय के माध्यमिक कक्षाओं की स्थिति भी कुछ ठीक नहीं है. यहां नामांकित एक हजार 7 सौ छात्र-छात्राओं को पढ़ाने के लिए मात्र शिक्षक ही नियुक्त है. ऐसे में वर्ग कक्षाओं में छात्र-छात्राओं की अधिक संख्या रहने के कारण शिक्षकों को उन्हें पढ़ाने में भारी कठिनाई का सामना करना पड़ता है. हालांकि कई विद्यार्थियों ने यहां तक बताया कि महिलाएं शिक्षिकाएं विद्यालय में स्वेटर बुनकर ही अपना कार्य पूरी करती है.
विद्यालय में बुनियादी सुविधाओं का अभाव : विद्यालय में दो हजार से अधिक विद्यार्थियों को बैठने के लिए जहां मात्र 12 कमरे मौजूद है. वहीं कई अन्य जरूरी सुविधाएं भी नदारद है. विद्यालय में एकमात्र नल जहां विद्यार्थियों की प्यास बुझाने में असफल हो रहा है. वहीं एक मात्र शौचालय शिक्षक-शिक्षिकाओं के लिए भी कम पड़ रहा है. विद्यालय में पुस्तकालय, प्रयोगशाला, उपस्कर आदि का भी भारी अभाव है. नाम नहीं बताने की शर्त पर कई विद्यार्थियों ने बताया कि यहां किसी तरह से विद्यार्थियों का नामांकन तथा परीक्षा फार्म भरा कर उन्हें परीक्षा पास कराया जा रहा है. इससे उनका भविष्ट चौपट हो रहा है. विद्यालय का खेल का मैदान भी विद्यालय से एक किमी दूर है.