मड़वन : प्रखंड के चैनपुर में मंगलवार को डीएम धर्मेंद्र कुमार और डीएओ विकास कुमार ने किसान श्रीरामशंकर सिंह के खेत में जीरोटिलेज से की गयी मूंग की खेती का जायजा लिया. निरीक्षण के दौरान डीएम ने इस विधि से की गयी खेती और बेहतर उपज को लेकर किसानश्री की काफी सराहना की. साथ ही मौके पर उपस्थित सरैया कृषि वैज्ञानिक केंद्र से आये कृषि वैज्ञानिकों को इस विधि का प्रोजेक्ट तैयार कर विभाग को भेजने का निर्देश दिया.अगले वर्ष इस तकनीक को हर किसानों तक पहुंचाने की बात कही.
डीएम ने किसानश्री से मूंग की खेती की जानकारी ली. किसान रामशंकर सिंह ने बताया कि इस जीरोटिलेज से खेती करने पर एक एकड़ में दो हजार रुपये खर्च आता है. एक लाइन में पौधा तैयार होने से निकौनी कम लागत आती है. इससे किसानों को काफी फायदा पहुंच सकता है. उन्होंने बताया कि करीब 75 दिनों में फसल तैयार हो जाती है. साथ ही एक एकड़ में साधारण बीज की तुलना में करीब तीन किलोग्राम बीज की बचत होती है. इस तकनीक के जरिये खेती करने से 20 से 25 प्रतिशत ज्यादा उत्पादन होता है.
मूंग तोड़ने के बाद शेष बचे पौधे खेत को उपजाऊ बनाने में काफी लाभदायक होते हैं. मौके पर बीएओ सवेन्द्र किशोर, बीडीओ अमरेन्द्र पंडित, सीओ योगेन्द्र प्रसाद सिंह, वैज्ञानिक डाॅ केके सिंह, डाॅ हेमचन्द्र चौधरी, डाॅ सबिता कुमारी, प्रोग्राम को-ऑडिनेटर जितेन्द्र कुमार, किसान समन्वयक संजीव भांकर, पूर्व मुखिया रामचन्द्र राय, मुखिया तारकेश्वर गिरि, लखिन्द्र पटेल, सुरेश सुमन, अनिल सुमन, पिंटु कुमार, राजेश चौधरी, राजेश कुमार, शिवजी वर्मा आदि मौजूद थे.