मुजफ्फरपुर: टिकट बंटवारे को लेकर भाजपा की अंदरूनी कलह खुल कर सामने आ गयी है. भाजपा नगर विधायक सुरेश शर्मा ने पार्टी नेतृत्व के फैसले के खिलाफ भाजपा चुनाव प्रबंधन समिति के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा तक दे दिया है. टिकट बंटवारे से नाराज श्री शर्मा ने शुक्रवार को पटना पहुंच कर प्रदेश अध्यक्ष की अनुपस्थिति में महामंत्री सुधीर शर्मा को अपना इस्तीफा सौंप दिया है.
इस्तीफे पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सुरेश शर्मा ने कहा, भाजपा में कार्यकर्ताओं के सम्मान को दरकिनार कर दिया गया है. पार्टी बाहरी नेताओं के आवभगत में लग गई है. मुजफ्फरपुर के टिकट बंटवारे में उनकी अनदेखी किये जाने से गुस्साये श्री शर्मा ने यहां तक कह दिया कि वर्तमान में लिया गया निर्णय पार्टी के लिए अहितकारी साबित होगा. जो कल तक पार्टी को गाली देते थे, आज उन्हें पार्टी ने टिकट दे दिया है. यह समर्पित कार्यकर्ताओं के सम्मान के खिलाफ है. पिछले तीस वर्षो से मैं पार्टी का सिपाही हूं, नि:स्वार्थ भाव से काम करता आया हूं, आगे भी करता रहूंगा. लेकिन, कार्यकर्ताओं के स्वाभिमान का प्रश्न उठाना भी मेरा कर्तव्य है.
टिकट नहीं मिलने से नाराज
राजनीतिक सूत्रों के अनुसार, श्री शर्मा मुजफ्फरपुर संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ना चाह रहे थे, लेकिन उन्हें यह कह कर टाल दिया गया कि किसी भी विधायक को उम्मीदवार नहीं बनाया जा रहा है. वहीं, पार्टी ने दो विधायकों को उम्मीदवार बना दिया, जिससे वे काफी नाराज हैं. हालांकि, उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी को पीएम बनाने के मिशन में वे एक मजबूत कार्यकर्ता बन कर साथ हैं. लेकिन पार्टी को मिशन 272 को पूरा करने के लिए पुन: विचार करने की जरूरत है.