मुजफ्फरपुर: एसएफसी की लेटलतीफी के कारण पीडीएस विक्रेता बेरोजगारी की कगार पर आ गये हैं. इनका अनाज मूल्य का लाखों रुपये फंसा है. वहीं उपभोक्ताओं को मई में मार्च का अनाज मिल रहा है. इससे विक्रेताओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
पीडीएस विक्रेता अनाज मूल्य की राशि मार्च से लेकर अब तक जमा कर चुके है, लेकिन इन्हें अब तक मार्च का ही अनाज मिल पाया है. सरैया प्रखंड में तो अभी तक फरवरी के अनाज का ही उठाव हो रहा है.
सरकार ने बीपीएल व अंत्योदय योजना का अनाज पीडीएस विक्रेताओं को समय पर उपलब्ध कराने के लिए फूड कैलेंडर लागू किया, लेकिन वह भी पटरी पर नहीं आ सका है. इधर, जून माह से नये कूपन के आधार में उपभोक्ताओं को राशन-केरोसिन तेल का वितरण होना है, लेकिन अभी तक जिले में कूपन नहीं पहुंचा है. इसके कारण अगले माह से विक्रेताओं को केरोसिन तेल के वितरण में कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा. क्योंकि अभी तक केरोसिन का वितरण अप-टू-डेट चल रहा है. जून से नये कूपन से वितरण अनिवार्य है.
कर्ज के बोझ से लदे विक्रेता
फेयर प्राइस डीलर्स एसोसिएशन के महासचिव देवन रजक ने बताया कि सरैया प्रखंड में फरवरी माह के ही अनाज का उठाव हो रहा है, जबकि अन्य प्रखंडों में मार्च का उठाव हो गया. इससे पीडीएस विक्रेता कर्ज के बोझ से लद गये है व उपभोक्ताओं के कोपभाजन का शिकार बन रहे हैं. यदि इसमें अविलंब सुधार नहीं हुआ तो विक्रेता अगले माह के अनाज मूल्य की राशि जमा नहीं करने देंगे.