सुबह पहले घंटे में कुछ शाखाओं में परेशानी
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15 दिनों से 70% एटीएम में नहीं डाला गया कैश
सुबह पहले घंटे में कुछ शाखाओं में परेशानी की शिकायत मुजफ्फरपुर : कैश के लिए जिले के सभी बैंकों में हाहाकार की स्थिति बनी हुई है. आलम यह है कि शहर में 70 प्रतिशत से अधिक एटीएम हैं, जिनमें पिछले 15 दिनों से कैश तक नहीं डाला गया है. गिने चुने एटीएम व रिसाइकलर चल […]
की शिकायत
मुजफ्फरपुर : कैश के लिए जिले के सभी बैंकों में हाहाकार की स्थिति बनी हुई है. आलम यह है कि शहर में 70 प्रतिशत से अधिक एटीएम हैं, जिनमें पिछले 15 दिनों से कैश तक नहीं डाला गया है. गिने चुने एटीएम व रिसाइकलर चल रहे हैं. गुरुवार को भी शहर के 90 फीसदी से अधिक एटीएम में कैश नहीं था. सरैयागंज से जूरन छपरा, इमली-चट्टी, ब्रह्मपुरा, भगवानपुर, छाता चौक, बटलर रोड, अघोरिया बाजार रोड, सर्राफा मंडी, अखाड़ाघाट रोड, सिकंदरपुर मोड़, मिठनपुरा रोड, बनारस बैंक चौक रोड आदि इलाकों में गिने चुने एक दो एटीएम व एटीएम रिसाइकलर मशीन चालू थे.
एटीएम सेवा तो होली के बाद से भी प्रभावित है. लेकिन बीते करीब दस दिनों से स्थिति और खराब हो गयी है. इस कारण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लोग दिन भर पैसा निकालने के लिए एक से दूसरे एटीएम तक चक्कर लगाते रहते हैं. सरकारी बैंकों में एसबीआइ व निजी बैंकों में एचडीएफसी व आइसीआइसीआइ के गिने चुने दो चार एटीएम ही काम कर रही हैं.
इसके अतिरिक्त वैसे बैंक जिनके एक दो एटीएम हैं वह किसी तरह चल रहे हैं. बैंक सूत्रों की माने तो जिले में स्थित सभी बैंकों के करेंसी चेस्ट में थोड़ा बहुत कैश बचा हुआ है. इसको लेकर बैंक प्रबंधन ने अपनी सभी शाखाओं को निर्देश दिया है कि बैंकों में पड़े पुराने नोट ग्राहकों को दे. चूंकि बीते दिनों यह कुछ शाखाओं में शिकायत आयी थी कि पुराने नोट होने के बावजूद ग्राहकों को नहीं दिया गया.
एक माह से भारी किल्लत : बैंकों में पैसों की किल्लत करीब एक माह अधिक से बनी हुई है. मांग के अनुरूप बैंकों को 30 से 40 प्रतिशत कैश ही मुहैया कराया जा रहा है. जिले में सभी बैंकों को मिला कर करीब चार सौ एटीएम हैं. इसमें सवा सौ एटीएम हैं अकेले एसबीआइ के है. अभी हालात यह है कि सभी बैंक प्रबंधन अपने 70 प्रतिशत से अधिक एटीएम में पिछले 15 दिन अधिक से एक बार भी कैश लोड नहीं किया है. एटीएम की क्षमता 40 लाख रुपये की हैं, उसमें मुश्किल से 5 से 10 लाख रुपये कैश की लोडिंग हो रही है. यह लोडिंग भी गिने चुने एटीएम में हो रही है.
कैश की कमी, नोट की जमाखोरी
एटीएम सेवा प्रभावित होने को दो प्रमुख कारण हैं. इसमें कैश की कमी और दो हजार के नोट की जमाखोरी है. बैंक प्रबंधनों की माने तो आरबीआइ को ओर पर्याप्त मात्रा में बैंकों को कैश मुहैया नहीं कराया जा रहा है. जो थोड़े बहुत कैश एटीएम में डाले जाते हैं वह तुरंत खत्म हो जाते हैं. वहीं जिस मात्रा में दो हजार रुपये के नोट एटीएम व बैंक से निकल रहे हैं उसमें महज 20 से 25 प्रतिशत नोट ही वापस बैंक में आ रहे हैं. इससे यह बात स्पष्ट होती है अब लोगों ने बड़े नोट की जमाखोरी शुरू कर दी है.
ब्रांच में भी बढ़ सकती है परेशानी
दो तीन दिनों में अगर आरबीआइ से बैंकों को पैसा नहीं मिला तो अगले सप्ताह से शाखाओं में कैश की परेशानी बढ़ सकती है. अभी तो जैसे तैसे करके बैंक प्रबंधन काम चला रहा है. अभी बैंक में जो कैश जमा हो रहा है. उसमें एटीएम में डालने वाले नोट की शॉटिंग की जाती है. इसके बाद एटीएम में कैश लोडिंग के लिए भेजा जाता है.
लेकिन होमगार्ड जवानों की हड़ताल के कारण एक बार में अधिक कैश का आदान प्रदान भी नहीं हो रहा है. इस कारण भी परेशानी बढ़ी हुई है.
कैश की कमी के कारण एटीएम सेवा प्रभावित हुई है. आरबीआइ को कैश उपलब्ध कराने के लिए फिर से पत्र लिखा गया है. वहां से कैश उपलब्ध होने के बाद स्थिति सामान्य होगी. कैश की उपलब्धता के अनुसार थोड़े बहुत एटीएम में कैश डाला जा रहा है.
मनोज मेहरोत्रा, डीजीएम, एसबीआइ
कैश की कमी को परेशानी हो रही है. अभी शाखाओं में वैसी परेशानी नहीं है. मांग के अनुरूप 30 से 40 प्रतिशत कैश उपलब्ध कराया जाता है. आरबीआइ को पत्र लिखा गया है, कैश जल्द उपलब्ध कराने की बात कही गयी है. इसके बाद स्थिति सामान्य होगी.
एके मिश्रा, एसआरएम, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया
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