मुजफ्फरपुर: तिरहुत स्नातक व शिक्षक निर्वाचन चुनाव को लेकर प्रशासनिक तैयारी जोरों पर है. इसके लिए 23 मार्च को मतदान व 26 मार्च को मतगणना होनी है. चुनावी मैदान में कुल 13 प्रत्याशी हैं.
इनमें नौ स्नातक व चार शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के प्रत्याशी हैं. शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से लगातार तीन टर्म से विधान पार्षद रहे भाजपा नेता डॉ नरेंद्र प्रसाद सिंह के अलावा डॉ संजय कुमार सिंह, अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा व डॉ धनंजय कुमार सिंह हैं. सुधीर ओझा व धनंजय सिंह पहली बार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.
उधर, स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से एमएलसी देवेश चंद्र ठाकुर के अलावा आठ अन्य प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. देवेश चंद्र ठाकुर ने 2008 में जदयू में शामिल होने के बाद एनडीए के समर्थन से चुनाव लड़ लगातार दूसरी बार जीत दर्ज की थी. वे पहली बार वर्ष 2002 में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़े थे. इस चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के समर्थित प्रत्याशी राम कुमार सिंह को हराया था. हालांकि, इस बार वे जदयू को किनारा कर पुन: निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं. देवेश चंद्र ठाकुर को टक्कर देने के लिए जदयू ने कांग्रेस नेता रहे भूषण कुमार झा को समर्थन देकर मैदान में उतारा है. इससे इस बार देवेश ठाकुर के लिए चुनाव जीतना आसान नहीं दिख रहा है.
वहीं भाजपा ने मोदी लहर का फायदा उठाते हुए लगातार तीन टर्म तक निर्दलीय व कांग्रेस के समर्थन से चुनाव लड़ जीत दर्ज करने वाले पूर्व विधान पार्षद राम कुमार सिंह को मैदान में उतारा है. प्राथमिक शिक्षक संघ के नेता प्रणय कुमार को राजद ने अपना समर्थन दिया है. प्रणय पिछले वर्ष भी चुनावी मैदान में उतर अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुके हैं. निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर इस बार फिर अधिवक्ता उमेश प्रसाद सिंह चुनावी जंग में दंगल करने की तैयारी में हैं. इनके साथ-साथ पहली बार ई राम स्वार्थ साह, रेयाज अहमद, प्रेम कुमार पासवान व वीरचंद्र यादव भी अपनी किस्मत आजमाने के लिए चुनावी मैदान में उतरे हैं.