मुजफ्फरपुर: मुजफ्फरपुर से नरकटियागंज जाने वाली पैसेंजर ट्रेन 55015 में एएसएम को चाकू मार कर लूटने वाले गिरोह का जीआरपी ने उद्भेदन कर लिया है. पुलिस ने घटना में शामिल तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार कर उनके पास से लूटे गये लैपटॉप व मोबाइल फोन बरामद कर लिया. पूछताछ के बाद तीनों को जेल भेज दिया गया है.
जानकारी के अनुसार, जीआरपी इंस्पेक्टर शैलेंद्र कुमार व थानाध्यक्ष सुरेश प्रसाद को गुप्त सूचना मिली कि पैसेंजर ट्रेन में लूट पाट करने वाले अपराधी मोतीपुर इलाके में हैं. सूचना मिलते ही मोबाइल सर्विलांस के आधार जीआरपी ने सुभाष नगर व मोतीपुर में छापेमारी कर तीन अभियुक्तों शशि कुमार राय, मृत्युंजय ठाकुर व विक्की कुमार को गिरफ्तार कर लिया. तीनों मोतीपुर स्थित पानी टंकी चौक निवासी हैं.
वहीं, लूटपाट में शामिल रवींद्र कुशवाहा पुलिस की गिरफ्त से अभी बाहर है. इनके पास से एएसएम का लूटा गया लैपटॉप व दो मोबाइल बरामद कर लिया गया. इसके अलावा तीन अन्य मोबाइल भी जब्त किये गये हैं. इसी मामले में दो अन्य को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है. दोनों की संलिप्तता की जांच की जा रही है. जीआरपी का कहना है कि लूटे गये मोबाइल को अपराधियों ने बेच दिया था. पुलिस टीम में इंस्पेक्टर शैलेंद्र कुमार, थानाध्यक्ष सुरेश प्रसाद, जमादार डीपी शर्मा व महताब खान शामिल थे.
ट्रेन में बनायी योजना
पैसेंजर ट्रेन में लूटपाट करने वाले चारों अपराधी दिल्ली में मजदूरी करते थे. 19 मई की शाम चारों सद्भावना एक्सप्रेस से मुजफ्फरपुर आये थे. चारों ने दिल्ली से लौटने के क्रम में ही ट्रेन में अपराध करने की योजना बना ली थी. रात आठ बजे के करीब ट्रेन से उतरने के बाद चारों ने भोजन कर एक चाकू खरीदा था.
चाकू खरीद कर देर रात पैसेंजर ट्रेन में सवार हो गये. इंजन की पीछे वाली बोगी में सवार हुए. उस बोगी में कुछ ही यात्री सवार थे. कांटी से ट्रेन खुलते ही वे लूटपाट करने लगे थे. पुलिस का कहना है कि लूटपाट करने के बाद चारों अपराधियों ने अपने दोस्त के किराये के मकान को ठिकाना बना लिया था. लेकिन मोबाइल सर्विलांस के आधार पुलिस टीम ने उन्हें दबोच लिया.