- बैंक से जरूरत के हिसाब से पैसे नहीं मिलने पर ग्रामीण डाकघर में नहीं जा रहे पैसे
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नोटबंदी के 41वें दिन बाद भी बिहार के डाकघरों में नकदी का संकट बरकरार
बैंक से जरूरत के हिसाब से पैसे नहीं मिलने पर ग्रामीण डाकघर में नहीं जा रहे पैसे मुजफ्फरपुर : नोटबंदी के 41 दिनों बाद भी बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के डाकघरों में नकदी का संकट बरकरार है. डाकघर को जितना कैश प्रतिदिन चाहिए, उतना कैश बैंक उपलब्ध नहीं करा पा रहा है. इस कारण जिले […]
मुजफ्फरपुर : नोटबंदी के 41 दिनों बाद भी बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के डाकघरों में नकदी का संकट बरकरार है. डाकघर को जितना कैश प्रतिदिन चाहिए, उतना कैश बैंक उपलब्ध नहीं करा पा रहा है. इस कारण जिले के उपडाकघर व शाखा डाकघर के ग्राहकों को नकदी नहीं मिल पा रही है. बैंक अभी डाकघर को प्रतिदिन एक करोड़ ही दे पा रहा है, जबकि जिले के डाकघरों का प्रतिदिन दो करोड़ की जरूरत है. बैंक से जरूरत के हिसाब से नगदी नहीं मिलने से प्रधान डाकघर व शहरी क्षेत्र के डाकघरों को पैसे तो उपलब्ध करा दी जा रही है, लेकिन ग्रामीण डाकघर में नगदी अभी नहीं भेजी जा रही है. आलम यह है कि ग्रामीण क्षेत्रों के लोग डाकघर से पैसे की निकासी नहीं कर पा रहे हैं.
ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को राहत नहीं
केंद्र सरकार द्वारा छोटे डाकघरों को 500 और 2000 रुपये के नये नोट नहीं भेजने से ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को राहत नहीं मिल पायी है. वे हर दिन नकदी के इंतजार में डाकघर आते हैं और देर शाम खाली हाथ वापस होकर लौट जाते हैं. ग्रामीण इलाकों में नकदी नहीं मिलने पर लोग डाकघरों में हंगामा भी करते हैं.
जरूरत दो करोड़ की, मिल रही एक करोड़ की नकदी
प्रवर डाक अधीक्षक प्रवीण कुमार ने बताया कि बैंक से केवल एक करोड़ रुपये प्रतिदिन मिल रहे हैं, जो शहरी क्षेत्र के डाकघरों में ही समाप्त हो जाते हैं. ग्रामीण क्षेत्र के डाकघरों को कुछ पैसे शुरू में भेजे गये थे, लेकिन डाकघर को पर्याप्त कैश नहीं मिल पा रहा, इसलिए जिन लोगों की राशि डाकघर में जमा है, वे भी शादी के लिए धन नहीं निकाल पा रहे हैं. इससे उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
डाकघर में सप्ताह में 24 हजार रुपये भी नहीं मिल रहे
प्रधान डाकघर में नोटबंदी के बाद से लेनदेन करने में ग्राहकों को परेशानी हो रही है. ग्राहकों को अब भी एक सप्ताह में 24 हजार रुपये भी नहीं मिल रहे हैं. डाकघर में पैसे निकासी करने पहुंचे रमण कुमार, संतोष कुमार, सोनी देवी, शांति कुमारी, ललन साह आदि ने बताया कि डाकघर में करीब 15 दिन पूर्व अबतक उन्हें मात्र चार-पांच हजार रुपये मिले हैं. इससे उन्हें रुपये निकालने के लिए कई बार डाकघर आना पड़ता है. पेंशनधारियों ने बताया कि जरूरत के अनुसार रुपये नहीं मिलने से आवश्यक काम समय पर नहीं हो पा रहा है.
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