मुजफ्फरपुर : बिहार के मुजफ्फरपुर जिले से मानवता को शर्मसार कर देने वाली खबर है. यहां के श्रीकृष्ण मेमोरियल कॉलेज एवं अस्पताल (एसकेसीएमएच) में पोस्टमार्टम कर्मियों ने पैसे की खातिर एक महादलित महिला का शव पांच घंटे तक रोके रखा. हालांकि, महादलित महिला के परिजन शव प्राप्त करने के लिए इन बेदर्द कर्मचारियों के आगे हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाते रहे, मगर इनका दिल नहीं पसीजा और बिना पैसे लिये उन्हें शव देने से इनकार कर दिया. दुखद यह कि अस्पताल के पोस्टमार्टम कर्मचारियों की इस हरकत की सूचना पाकर मौके पर पहुंची जिला परिषद सदस्य नीरा देवी ने जब महिला के परिजनों को एक हजार रुपये दिये और उन्होंने पोस्टमार्टम कर्मचारियों को चढ़ावा चढ़ाया, तब उन्हें शव दिया गया.
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शर्मनाक : नहीं थे पास में पैसे महादलित महिला के शव का हुआ ये हाल
मुजफ्फरपुर : बिहार के मुजफ्फरपुर जिले से मानवता को शर्मसार कर देने वाली खबर है. यहां के श्रीकृष्ण मेमोरियल कॉलेज एवं अस्पताल (एसकेसीएमएच) में पोस्टमार्टम कर्मियों ने पैसे की खातिर एक महादलित महिला का शव पांच घंटे तक रोके रखा. हालांकि, महादलित महिला के परिजन शव प्राप्त करने के लिए इन बेदर्द कर्मचारियों के आगे […]
जानकारी के अनुसार, करजा थाना क्षेत्र के आरिजपुर गांव के बालेंद्र मांझी ने शराब के लिए पैसे नहीं देने पर गड़ासे से हमला कर शनिवार को पत्नी गिरिजा देवी को जख्मी कर दिया था. स्थानीय लोग उसे एसकेएमसीएच ले गये. इलाज के दौरान महिला की मौत हो गयी. पुलिस ने आरोपित बालेंद्र मांझी को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया
और शव को पोस्टमार्टम कक्ष में भेज दिया. परिजन जब शव लेने गये,तो वहां के कर्मियों ने पैसे के लिए मोल भाव शुरू कर दिया. आउटसोर्सिंग पर तैनात कर्मियों ने दो हजार रुपये की मांग की. यह बात सुन कर पैसे-पैसे को मुहताज मृतका गिरिजा के परिजनों के ऊपर आसमान टूट पड़ा हो. लोग रोते बिलखते गांव पहुंचे. यहां पैसे के जुगाड़ में जुट गये. पूर्व जिप सदस्य नीरा देवी समेत कई लोगों ने इस परिवार को थोड़ी मदद की तब जाकर 12 सौ रुपये में शव उन्हें सौंपा गया. देखें पेज आठ भी
इलाज के दौरान एसकेएमसीएच
में हुई थी महिला की मौत
पोस्टमार्टम कक्ष से जुड़े कर्मियों ने बिना पैसे शव देने से किया इनकार
1200 रुपये जुटा कर पहुंचा मेडिकल कॉलेज तब दिया शव
शराब के लिए पैसे नहीं देने पर पति ने गड़ासे से काट किया था जख्मी
क्या है मामला . यहां पर तैनात कर्मी शव को पोस्टमार्टम कक्ष में रखने के लिए कम-से-कम एक पीड़ित परिवार से दो सौ रुपये लेता है. फिर पोस्टमार्टम के बाद शव को कपड़ा व पॉलीथिन में लपेट कर सिलाई का चार्ज मृतक के ही परिवार से वसूला जाता है. तीन हजार रुपये से मोल भाव शुरू होने के बाद 1500 रुपये तक बात बनती है.
शव देने के एवज में पैसे लेने की जानकारी मुझे नहीं है. किसी भी शव के पोस्टमार्टम के लिए पैसे नहीं लिये जाते हैं. पोस्टमार्टम के बाद शव को पुलिस के माध्यम से परिजनों को सौंप दिया जाता है. जिस वक्त पैसे लेने का आरोप लगा है उस वक्त मैं नहीं था.अगर ऐसा मामला है, तो बहुत गंभीर है. जांच कर कार्रवाई होगी.
डॉ विपिन कुमार, पोस्टमार्टम कक्ष इंचार्ज
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