शनिवार को नाव से मन के नीचले हिस्से की भी वीडियोग्राफी करायी जायेगी. वीडियो सीडी उपयोग प्रशासन डॉक्यूमेंट के रूप में करेगा. दरअसल को एक दिसंबर को प्रमंडलीय आयुक्त अतुल प्रसाद मन के जमीन के अतिक्रमण मुक्त करने को लेकर बैठक करने वाले है. इसे देखते हुए यह कार्रवाई चल रही है.
तीन माह पहले जमीन की पैमाइश कर डिजिटल मैप बनाया गया था. नक्शे में मन की खास महाल की 115 एकड़ जमीन अंकित किया गया है. डेढ़ एकड़ जमीन पर अतिक्रमण बताया गया था. इधर मन के जमीन की स्थिति स्पष्ट नहीं होने से सबसे अधिक परेशानी पुराने रैयतों को है. रैयतों को कोर्ट से राहत मिलने के बावजूद उनको बार-बार प्रशासन की ओर से नोटिस भेजा जाता है.