मुजफ्फरपुर : नोट बंदी के छठवें दिन सोमवार को भी बैंकों में सुबह अफरा-तफरी के ही हालात रहे. कई शाखाओं में निर्धारित समय से देर से एक्सचेंज की प्रक्रिया शुरू होने के कारण लोगों को परेशान होना पड़ा. दोपहर बाद से तब धीरे-धीरे राहत मिलने लगी, जब नोट बदलने का काम शुरू हो गया. वहीं लगातार तीसरे दिन अवकाश में भी बैंककर्मियों ने काम किया.
इस दौरान उन्हें लोगों के गुस्से का भी सामना करना पड़ रहा है. सोमवार को सुबह सवा 11 बजे रेडक्रॉस स्थित एसबीआइ की शाखा में दूसरी मंजिल पर नोट बदलने के लिए तीन कतारें लगी थी, जिसमें करीब दो सौ से अधिक लोग इधर से उधर टेढ़ी-मेढ़ी कतार में खड़े थे. अभी नोट या फॉर्म जमा करने की प्रक्रिया भी शुरू नहीं हो सकी थी. सुरक्षा गार्ड लोगों को इधर से उधर करने लगे, ताकि चौथी लाइन महिलाओं के लिए शुरू हो सके. कतार में आगे की ओर खड़े कुछ लोगों ने बताया कि सुबह आठ बजे से ही बैंक के बाहर खड़े थे. मेन गेट खुला तो अंदर आ गये. तीन घंटे बाद अभी काम शुरू नहीं हो सका है.
हालांकि, कुछ देर बाद कतार सही होने पर बैंककर्मियों ने काम शुरू कर दिया. मंगलवार को आधी रात के बाद सरकार ने 500 व 1000 के नोट को रद कर दिया है. नोट बदलने व अन्य प्रक्रिया के लिए बुधवार को सभी बैंकों में अवकाश रहा. गुरुवार से बैंकों में नियमित कामकाज चल रहा है. पुराने नोट बदलने व उपभोक्ता के एकाउंट में जमा करने के लिए अलग-अलग काउंटर चल रहे हैं. काउंटर की संख्या भी बढ़ा दी गयी है. इसके बाद भी स्थिति पटरी पर नहीं आ रही है. इन दिनों बैंकों में सबसे अधिक भीड़ नोट बदलने वालों की हो रही है. दोपहर पंकज मार्केट स्थित केनरा बैंक की शाखा में नोट बदलने आए दंपत्ति गोला रोड के अनिल व प्रिया ने बताया कि अभी घर का खर्च चलाना है. दोनों लोग लाइन में लगकर आठ हजार रुपये बदल लेंगे. फिर कुछ भीड़ कम होगी तो कुछ 500 व 1000 के नोट बचेंगे तो एकाउंट में जमा कर देंगे.