मुजफ्फरपुर : हेरिटेज गर्ल्स स्कूल, गाेशाला रोड की छात्राओं ने प्रभात खबर के अभियान ‘हम मनाएंगे असली दिवाली’ के साथ जुड़कर इकोफ्रेंडली दिवाली मनाने का संकल्प लिया. इस दौरान छात्राओं ने कहा कि दिवाली की मस्ती व धूम-धड़ाका के बीच पर्यावरण का भी खयाल रखेंगे. ऐसा कुछ भी नहीं करेंगी, जिससे पर्यावरण या आमजनों को दिक्कत हो. दीपों का त्योहारों पूरी आस्था से मनाएंगी. सबकी भलाई की भी कामना करेंगी. दीपावली रोशनी का पर्व है. हालांकि पिछले कुछ सालों में इसकी पहचान बदल गयी है. दीपावली का मतलब अब केवल आतिशबाजी से रह गयी है.
हेरिटेज गर्ल्स स्कूल की छात्राओं ने लिया संकल्प आस्था के साथ मनाएंगे दीप का पर्व
प्रदूषण रहित दिवाली मनाने का संकल्प लेतीं छात्राएं.
बच्चों ने कहा, अब नहीं हाेती पहले जैसी दिवाली
दीक्षा शर्मा : दिवाली हमारी आस्था से जुड़ी है. यह रोशनी का पर्व है. हम इसे दूसरों की खुशी का खयाल करके मनाएंगे तो और भी बेहतर होगा. बिना शोर-शराब की मस्ती से हमें भी खुशी मिलेगी और दूसरे भी खुश रहेंगे.
सिद्धी : हम इकोफ्रेंडली दिवाली मनाएंगे. ज्यादा आवाज करने वाले या प्रदूषण फैलाने वाले पटाखे नहीं छोड़ेंगे. साथ ही ऐसा करने के लिए परिवार व आस-पास के लोगों को भी कहेंगे, जिससे अच्छा परिणाम मिल सके.
तनु : तेज आवाज वाले पटाखे काफी नुकसानदायक है. यह हार्ट के मरीजों के लिए जानलेवा भी है. इसके साथ ही इस तरह के पटाखों से पर्यावरण को भी खतरा है. हम ऐसे पटाखों से दूर रहने का संकल्प ले रहे हैं.
शालिनी सुमन : दिवाली के उत्साह में अक्सर हम उन चीजों को नजरअंदाज कर देते हैं जो हमारे ही भविष्य के लिए घातक है. उसी में से एक आतिशबाजी भी है. मैं खतरनाक आतिशबाजी से बचने का संकल्प ले रही हूं.
रिमझिम : पर्यावरण की रक्षा के लिए जरूरी है कि हर कोई सजग रहे. दिवाली ही नहीं, अन्य दिनों में भी इसको लेकर जागरूक होना पड़ेगा. इसके लिए बड़े स्तर पर अभियान चलाने की जरूरत है, नहीं तो खतरा बढ़ता जाएगा.
स्नेहा सुमन : दिवाली के दिन पटाखों से निकलने वाले प्रदूषण से पर्यावरण को काफी नुकसान पहुंचता है. यह हमारे भविष्य के लिए घातक है. इसके लिए सभी को आगे बढ़कर इकोफ्रेंडली दिवाली मनाने का संकल्प लेना होगा.
अपर्णा : लोगों को इस दिन एक पौधा अवश्य लगाना चाहिए और उस पौधे का संरक्षण करना चाहिए.
रुची : आतिशबाजी से दूर रहते हुए बच्चों को इसके लिए प्रेरित करूंगी. अपनों के बीच खुशियां बटोरूंगी.
निधि : मैंने पटाखे नहीं छोड़ने का संकल्प लिया है. बदले में एक पौधा लगाकर उसकी रक्षा करूंगी.
शिल्पी : अखबार की पहल सराहनीय है. जरूरत है समाज के लोगों को जोड़कर सार्थक परिणाम हासिल किया जाए.
साक्षी : अभी 15 दिन का समय है. इस दौरान हजारों लोगों अभियान से जुड़ेंगे और इसका असर भी दिखेगा. इससे पर्यावरण की रक्षा हो सकेगी.
स्तुति : इकोफ्रेंडली दिवाली मनाने का संकल्प लेती हूं. घरवालों से पटाखे की बजाय पौधा मंगवाऊंगी. इस बार दिवाली के दिन मैं एक पौधा लगाकर उस दिन को हमेशा के लिए यादगार बनाउंगी.
गरीबी विकास में बाधक नहीं