मुजफ्फरपुर: निजी बैंककर्मी मो युसुफ अली से अपराधियों ने हथियार के बल पर 15 जनवरी को पहले लूटपाट की, फिर उनके मोबाइल पर सामान लौटाने के एवज में दो लाख रुपये रंगदारी की मांग की गयी. प्राथमिकी दर्ज होने के बाद भी काजीमोहम्मदपुर पुलिस की ओर से कार्रवाई नहीं होने पर पीड़ित बैंककर्मी ने डीजीपी ने गुहार लगायी है.
जानकारी के अनुसार, मो युसुफ सपरिवार काजीमोहम्मदपुर थाना क्षेत्र के जकारिया कॉलोनी में रहते है. वे निजी बैंक में कार्यरत हैं. 15 जनवरी की सुबह छह बजे वे बैंक के प्रशिक्षण शिविर में भाग लेने सारण जाने के लिए घर से निकले थे. कॉलोनी में ही तीन-चार अपराधियों ने हथियार के बल पर घेर कर उनसे लूटपाट की. उनसे मोबाइल, लैपटॉप, नगद रुपये सहित बैंक के कई कागजात लुटने के बाद सभी अपराधी रेलवे लाइन पार कर फरार हो गये. वे घर आ कर परिजनों को पूरे मामले की जानकारी दी. उसी दिन स्थानीय थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी. अगले दिन वे प्रशिक्षण शिविर में भाग लेने सारण रवाना हो गये. प्रशिक्षण के दौरान ही उनके मोबाइल पर एक नंबर से फोन आया कि लूटे गये सामान मेरे पास है. चाहिए तो दो लाख रुपये दे दो. प्रशिक्षण में होने के कारण वे ठीक से बात नहीं कर पाये.
17 जनवरी को फिर से उसी नंबर से उनके पिता के मोबाइल पर फोन आया कि दो लाख रुपये देने में परेशानी है. घटना के समय गोली मार देते तो क्या होता. उन्होंने इसकी जानकारी फौरन काजीमोहम्मदपुर पुलिस को दी. जिस नंबर से फोन आया, उसे भी पुलिस को उपलब्ध करा दिया. युसुफ अली का कहना था कि 15 दिन बाद भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो पायी है. उसने पुलिस के रवैये से परेशान होकर डीजीपी से गुहार लगायी है.