मुजफ्फरपुर: शहर में सेफ्टी टैंक की सफाई में लगी निजी एजेंसी नगर निगम के राजस्व को चुना लगा रही है. बुधवार को नगर निगम क्षेत्र में निजी वाहन को सेफ्टी टैंक की सफाई करते सिकंदरपुर इलाके में पकड़ा गया. वार्ड-13 के पार्षद रामनाथ प्रसाद गुप्ता ने खुद ट्रैक्टर व ड्राइवर को पकड़ा है. पार्षद ने इसकी सूचना मेयर वर्षा सिंह को दी.
लेकिन, नगर निगम में तत्काल पांच सौ रुपये जुर्माना लेकर गाड़ी को छोड़ दिया गया. इधर, महापौर ने बताया कि अवैध रूप से चल रही निजी एजेंसी पर एफआइआर की जायेगी. निगम प्रशासन ने एजेंसी के मालिक की खोजबीन शुरू कर दिया है. नगर निगम प्रशासन को लगातार शिकायत मिल रही है कि शहरी क्षेत्र में निगम प्रशासन की अनुमति के बगैर से धड़ल्ले से प्राइवेट गाड़ी से सेफ्टी टैंक की सफाई का काम चल रहा है.
बता दें कि पिछले दो सालों से यह खेल चल रहा है. इससे नगर निगम को लाखों रुपये का नुकसान हो रहा है. लेकिन इस मामले में अब तक कार्रवाई क्यों नहीं हुई, जबकि निगम को काफी पहले से इसकी सूचना है. जानकारी के अनुसार, निगम का सेफ्टी टैंक सफाई का रेट 500 रुपये है, जबकि प्राइवेट एजेंसी उक्त काम का 15 सौ से दो हजार रुपया वसूल रही है.