Advertisement
पीजी में नहीं शुरू हो सका ऑनलाइन एडमिशन
मुजफ्फरपुर:बीआरए बिहार विवि में जुलाई माह से पीजी में ऑनलाइन एडमिशन की शुरुआत होनी थी, लेकिन विवि की यह घोषणा केवल कागजी कोरम बनकर रह गयी है. विवि के आॅनलाइन पोर्टल पर कोई भी जानकारी उपलब्ध नहीं है. जबकि इसके लिए विवि को अलग से फंड तक मुहैया कराया जाता है. यह स्थिति तब है, […]
मुजफ्फरपुर:बीआरए बिहार विवि में जुलाई माह से पीजी में ऑनलाइन एडमिशन की शुरुआत होनी थी, लेकिन विवि की यह घोषणा केवल कागजी कोरम बनकर रह गयी है. विवि के आॅनलाइन पोर्टल पर कोई भी जानकारी उपलब्ध नहीं है. जबकि इसके लिए विवि को अलग से फंड तक मुहैया कराया जाता है.
यह स्थिति तब है, जब पूरे देश के सभी विश्वविद्यालयों में ऑनलाइन प्रक्रिया पूरी तरह से शुरू हो चुकी है. वही यूजीसी का सख्त निर्देश है कि विवि से संबंधित सभी जानकारी पूरी तरह से ऑनलाइन होनी चाहिए. इसके लिए विवि को बकायदा अंक भी निर्धारित किये गये थे. इसके बाद भी विवि के जिम्मेदार इस पर ध्यान देने के बजाय खामोश बैठे हैं.
एडमिशन पेज खोलने पर नहीं आ रहा कोई आॅप्शन : करीब डेढ़ माह पहले ही विवि ने बैठक कर यह तय किया था कि छात्रों की सुविधा को देखते हुए जुलाई माह से पीजी में ऑनलाइन एडमिशन कि शुरुआत की जायेगी. इसके लिए एचडीएफसी बैंक में छात्रों को शुल्क जमा करने की बात कही गयी थी, लेकिन अब तक इस प्रक्रिया की शुरुआत भी विवि नहीं कर सका है. विवि के ऑनलाइन पोर्टल के एडमिशन का पेज खोलने पर कोई भी ऑप्शन नहीं आ रहा है. इसकी वजह से छात्र परेशान हैं.
पोर्टल पर देनी है सारी जानकारी
विवि को अपने पोर्टल पर सामाजिक दायित्वों की गतिविधियों, छात्रों का प्रदर्शन, पठन-पाठन, विवि में होने वाले रिसर्च, नये डेवलपमेंंट, प्रोडक्टिविटी, विवि की ओर से उठाये गये सामाजिक क्षेत्र में कदम सहित सभी वोकेशनल और ट्रेडिसनल कोर्स, ग्रेडिंग डिस्पले सहित अन्य जानकारियां उपलब्ध करानी थी, लेकिन इनमें से एकाध जानकारी ही छात्रों को पोर्टल पर मिल रही है. स्थिति ऐसी है कि एग्जाम तक की जानकारी विवि की वेबसाइट पर अपलोड नहीं हो पा रहा है.
विवि से आगे कॉलेज
बीआरए बिहार विवि से अच्छी स्थिति नैक ग्रेडेड कॉलेजों की हैं. इसमें शहर के एमडीडीएम कॉलेज, आरडीएस कॉलेज व एलएस कॉलेज है. इन काॅलेजों ने बकायदा अपना खुद का पोर्टल बना रखा है. इनके पोर्टल पर सभी सामाजिक गतिविधियों के साथ-साथ कॉलेजों की जुड़ी जानकारी ऑनलाइन उपलब्ध रहती है. विवि इन कॉलेजों से सीख तक नहीं ले पा रहा है. जबकि इसके लिए विवि काे अलग से फंड भी उपलब्ध कराया जा चुका है. इसके बाद भी ऐसे हालात है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement