मुजफ्फरपुर: जिले में आम आदमी पार्टी अंतर्कलह में उलझ गयी है. मुद्दा बागमती विस्थापितों को लेकर पिछले चार दिनों तक समाहरणालय पर चले अनशन का है. इसका नेतृत्व कर रहे साकेत कुमार सिंह उर्फ राजू सिंह को आप की कार्यकारिणी समिति ने सदस्य मानने से इनकार कर दिया. जबकि जिला संयोजिका रंभा सिन्हा साकेत को सदस्य नहीं मानने के सवाल पर भड़क गयीं. उनका कहना था कि साकेत आप के सदस्य हैं.
रविवार को कार्यकारिणी समिति इसी बहस में उलझी रही. पार्टी के प्रेस कॉन्फ्रेंस के पूर्व करीब आधे घंटे तक कार्यकारिणी समिति के सदस्य जिला संयोजिका रंभा सिन्हा से उलङो रहे. आप के उत्तर बिहार संयोजक शत्रुघA साहू, जिला प्रवक्ता हेम नारायण विश्वकर्मा, सचिव इ.उपेंद्र प्रसाद, सीपी सिंह, कार्यक्रम संयोजक शाहिद कमाल का कहना था कि साकेत आप के सदस्य नहीं है. उनके व्यवहार के कारण सितंबर में ही उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था. उसके साथ पुलिस र्दुव्यव्यहार भी करती है तो आप कोई एक्शन नहीं लेगी. उत्तर बिहार संयोजक शत्रुघA साहू का कहना था कि बागमती विस्थापितों के सवाल पर आप गंभीर हैं. इससे प्रभावित 106 गांव हैं. उनके पुनर्वास के लिए आप अपने स्तर से आंदोलन करेगी, लेकिन चार दिनों से साकेत के नेतृत्व में चल रहे अनशन से आप का कोई लेना देना नहीं है. हमलोग डीएम से मिल कर इसके लिए ज्ञापन भी देने वाले थे कि साकेत आप के सदस्य नहीं है. आप का बैनर ले कर वे पार्टी को बदनाम कर रहे हैं. श्री साहू ने कहा कि हमलोग विस्थापितों की मांग के साथ थे, इसलिए उनके अनशन पर लोगों को संबोधित किये थे. लेकिन पार्टी की ओर से अनशन का नेतृत्व नहीं किया जा रहा था. ऐसी ही राय सभी सदस्यों की थी. हालांकि जिला संयोजिका रंभा सिन्हा इस बात से सहमत थी. उनका कहना था कि साकेत के साथ कुछ भी गलत होता है तो आप पूरी ताकत से उसका विरोध करेगी.