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दिनदहाड़े वारदात: कैदी सूरज को पुलिस वालों के सामने मारी गोली, कोर्ट परिसर में हत्या, बवाल
मुजफ्फरपुर: विचाराधीन कैदी सूरज की हत्या से सोमवार को शहर में जम कर बवाल हुआ. सूरज की कोर्ट परिसर में गोली मारकर उस समय हत्या कर दी गयी, जब उसे हाजत से पेशी के लिए सीजेएम कोर्ट ले जाया जा रहा था. अति सुरक्षा वाले क्षेत्र में बाइक पर सवार होकर आये, दो हत्यारों ने […]
मुजफ्फरपुर: विचाराधीन कैदी सूरज की हत्या से सोमवार को शहर में जम कर बवाल हुआ. सूरज की कोर्ट परिसर में गोली मारकर उस समय हत्या कर दी गयी, जब उसे हाजत से पेशी के लिए सीजेएम कोर्ट ले जाया जा रहा था. अति सुरक्षा वाले क्षेत्र में बाइक पर सवार होकर आये, दो हत्यारों ने बिल्कुल नजदीक से सूरज को गोली मारी. इससे मौके पर ही उसकी मौत हो गयी. इस दौरान कोई भी पुलिसवाला सामने नहीं आया. मामले में देर रात तक प्राथमिकी नहीं दर्ज हुई थी. पंकज मार्केट का रहनेवाला सूरज अपने पड़ोसी प्रिंस की हत्या का मुख्य अभियुक्त था. उसके परिजन प्रिंस के परिजनों पर हत्या का आरोप लगा रहे हैं. वहीं, प्रिंस के परिजन अपने घर में ताला बंद करके फरार हैं.
गोली लगने के बाद सूरज को इलाज के लिए बैरिया स्थित मां जानकी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. सूरज को दो गोलियां लगी थीं. आक्रोशित भीड़ ने न्यायालय परिसर में तैनात पुलिस पर हमला कर दिया. लोगों ने कैदी वाहन को क्षतिग्रस्त कर पुलिस के जवानों से हाथापाई शुरू कर दी. स्थिति अनियंत्रित होते देख पुलिसकर्मी भाग गये. इधर, सूरज की मौत की खबर के बाद अस्पताल पर जुटे लोगों ने हंगामा शुरू कर िदया. जमादार सुरेंद्र कुमार पर ईंट से हमला कर िदया. पोस्टमार्टम के िलए शव को मेिडकल ले जाया गया, वहां भी सूरज के समर्थकों ने हंगामा िकया. पोस्टमार्टम के बाद शव को लाते समय बाइक सवार युवकों ने रास्ते में जो भी िमला, उसमें तोड़फोड़ की. इसके बाद कल्याणी चौक को जाम कर िदया गया. वहां तैनात पुिलसकमिर्यों को भगा िदया. कल्यामी के बाद टावर चौक को जाम िकया गया. यहां पर लगभग पांच घंटे तक सूरज के शव के साथ जाम रहा. बाद में डीएम की पहल पर लोग माने, नगर थानाध्यक्ष मनोज कुमार को लाइन हािजर कर िदया गया. साथ ही हाजत प्रभारी समेत छह पुिलसवालों पर भी कार्रवाई की गयी.
पांच लाख की सुपारी देने का आरोप . सूरज की मां ललिता देवी ने फरवरी माह में एसएसपी व नगर थानाध्यक्ष को लिखित आवेदन देकर सूरज व उसके भाई सन्नी के हत्या के लिए अपराधी गिरोह को सुपारी देने की जानकारी दी थी. पत्र में उन्होंने कहा था कि बब्लू नाम के एक अपराधी को प्रिंस के भाई वसीम ने इन दोनों भाईयों की हत्या के लिए पांच लाख की सुपारी दी थी. फरवरी माह में अपराधियों ने सन्नी के हत्या का प्रयास भी किया था. इसके बाद से सन्नी अपनी जान बचाने के लिए शहर छोड़ दिया था.
सूरज के हत्या के लिए भी लगातार की जा रही थी रेकी . ललिता देवी ने पुलिस अधिकारियों को बताया कि सूरज की हत्या के लिए भी वसीम,आबिद व शमशाद लगातार रेकी कर रहें थे. न्यायालय में उसके पेशी के दौरान इनलोगों को कोर्ट हाजत से लेकर न्यायालय परिसर तक लगातार देखा जा रहा था. इनके साथ संदिग्ध अपराधी भी रहते थे. ये अपरिचित सूरज को पहचानने की कोशिश भी करते थे. इन बातों की जानकारी भी लगातार पुलिस अधिकारियों को दी जा रही थी. सूरज की बहन संजना भारती ने कहा कि इन बातों की शिकायत करने पर पुलिस अधिकारी उल्टे उनलोगों को डांट-डपटकर कार्यालय से भगा देते थे. लगातार आठ माह से वसीम, आबिद,शमशाद को गिरफ्तार करने की गुहार लगायी जा रही थी.
चार माह पूर्व सूरज की हत्या की दी गयी थी सुपारी
मुजफ्फरपुर. सूरज व उसके भाई सन्नी की हत्या के लिए प्रिंस के परिजनों पर काफी दिनों से प्रयासरत रहने का आरोप लगाया गया है. सूरज के परिजन इस मामले की लिखित जानकारी पुलिस के वरीय पदाधिकारियों को चार माह पहले ही दे चुके थे. इस बात का खुलासा सरैयागंज टावर पर पहुंचे पुलिस पदाधिकारियों के समक्ष भी उसके परिजनों ने किया.
स्टेशन की ओर भागे थे हत्यारेरोकने पर तान दी थी पिस्तौल
हत्या के बाद अपराधी स्टेशन रोड की ओर भागे. स्थानीय लोगों ने अपराधियों को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन अपराधी उन पर पिस्तौल तान दी और भाग निकले. अपराधियों के पिस्टल का मैगजीन व मोबाइल निगम गेट के समीप गिर गया, जिसे पुलिस ने बरामद किया है. घटना के बाद सूरज के परिजनों ने सड़क जाम कर दिया और नगर थानाध्यक्ष पर कार्रवाई व अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़ गये.
कैदियों ने किया हंगामा, मौके का फायदा उठा एक कैदी फरार, मौके पर पहुंचे जिला जज
हत्या से कोर्ट परिसर में भगदड़ मच गयी. आक्रोशित लोगों ने बवाल करना शुरू कर दिया. सिपाही बारू रजक की जमकर पिटाई कर दी. उसने किसी तरह भाग कर अपनी जान बचायी. इधर, पेशी के लिए आये अन्य कैदियों ने भी हंगामा शुरू कर दिया. मौके का फायदा उठाकर कैदी विद्यानंद फरार हो गया. कोर्ट हाजत को तोड़ने का भी प्रयास किया गया. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जिला जज हरेंद्रनाथ तिवारी, सीजेएम रामचंद्र प्रसाद, डीएम धर्मेंद्र कुमार, सिटी एसपी आनंद कुमार, एसडीओ पूर्वी सुनील कुमार ने मौके पर पहुंच स्थिति का जायजा लिया.
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