मुजफ्फरपुर: सामाजिक, आर्थिक व जाति आधारित जनगणना की दावा-आपत्ति की तिथि बढ़ा दी गयी है. प्रारूप सूची में भारी गड़बड़ी को देखते हुए पांच जनवरी तक दावा-आपत्ति के लिए समय का विस्तार किया गया है.
जिला प्रशासन ने पूर्व में एसइसी (सामाजिक, आर्थिक व जातिगत जनगणना) की अंतिम सूची प्रकाशन से पूर्व 10 से 30 दिसंबर के बीच दावा व आपत्ति के लिए समय निर्धारित किया था. इस अवधि में सभी लोगों का आवेदन प्राप्त करना संभव नहीं दिख रहा था. इधर, उपविकास आयुक्त ने सभी प्रखंड के चार्ज पदाधिकारी, नगर पंचायत कांटी, मोतीपुर व साहेबगंज को तिथि विस्तार की सूचना भेज दी है.
दावा-आपत्ति के लिए 85764 आवेदन : जनगणना में गड़बड़ी के विरुद्ध अब तक 85764 आवेदन प्राप्त हुए हैं. इसमें से 4854 आवेदनों का निष्पादन ही किया जा सका है. जबकि 10 जनवरी को अंतिम सूची प्रकाशन किया जाना है. शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में एक ही तरह की गड़बड़ी सामने आयी है. गरीब को अमीर व अमीर को गरीब बनाने की शिकायत हर जगह से आ रही है. शहरी क्षेत्र में तो स्लम बस्ती को पॉश इलाका बना दिया गया है. झुग्गी-झोपड़ी में गुजर बसर कर रहे मजदूरों के घर एसी, फ्रिज व मोबाइल फोन दरशाया गया है. कई मोहल्ले ऐसे हैं जिसमें 80 प्रतिशत परिवार का सूची से नाम ही गायब है. प्रारूप सूची को देख लोग परेशान है.
पढ़े-लिखे लोग तो प्रारूप सूची को देख कर प्रपत्र भर रहे है. लेकिन अनपढ़ या साक्षर के लिए सूची परेशानी का सबब बना हुआ है. पंचायत सचिव व विकास मित्र के पास दौड़ लगाने को मजबूर हो रहे है.