मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विवि में वर्ष 2003 में होमियोपैथी की परीक्षा के मार्क में हुए टेंपरिंग के मामले में अब नये सिरे से जांच होगी. कुलपति डॉ रवि वर्मा के आदेश पर इसके लिए दो सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया गया है. इसमें कॉलेज निरीक्षक (विज्ञान) डॉ राजेंद्र महतो व डीआर-2 डॉ एके सिंह शामिल हैं. कमेटी बीते साल एमआइटी के छात्र को 70 नंबर की परीक्षा में 74 नंबर दिये जाने के मामले की भी जांच करेगी.
पिछले दिनों छात्र नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल प्रतिकुलपति डॉ राजेंद्र मिश्र से मिला. उन लोगों ने उनके समक्ष वर्ष 2003 में होमियोपैथी की परीक्षा के मार्क्स में हुई टेंपरिंग का मामला उठाया था. प्रतिनिधिमंडल का आरोप था, मामले में तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक का नाम आने पर उन्हें डीबार कर दिया गया, जबकि इसी मामले में एक कर्मचारी नेता का नाम भी आया था, पर वे आज भी महत्वपूर्ण पद पर काबिज हैं.
यही नहीं छात्रों ने उसी कर्मचारी नेता को एमआइटी के छात्र को गलत अंक दिये जाने के मामले में दोषी बताया. प्रतिकुलपति ने मामले की जानकारी कुलपति डॉ रवि वर्मा को दी, जिन्होंने जांच के लिए दो सदस्यीय कमेटी के गठन का फैसला लिया है.