मुजफ्फरपुर: आॅल इंडिया यूनिवर्सिटी (एआइयू), नयी दिल्ली की तरफ से हुए अन्वेषण में एक्सपर्ट की टीम ने 27 प्रोजेक्ट में से नौ प्रोजेक्ट चुनकर होनहारों को गुजरात के सरदार पटेल यूनिवर्सिटी जाने का मौका दिया है. शोधार्थियों के नामों की जैसे-जैसे घोषणा हो रही थी, वैसे-वैसे बॉटनी डिपार्टमेंट का हाल तालियाें की गड़गड़ाहट से गूंज रहा था. इससे होनहारों के जज्बे को और बल मिल रहा था. मुख्य अतिथि के हाथों जब मोमेटो व प्रशस्ति पत्र मिला तो इनके चेहरे खुशी से खिल उठे.
खुशी इस बात की थी कि बिहार के बाद अब इन्हें 28, 29 व 30 मार्च को गुजरात के सरदार पटेल यूनिवर्सिटी में अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिलेगा. मुख्य अतिथि डॉ एके सरन, डॉ अशोक कुमार सिंह, डॉ राजेश कुमार, डॉ मोहम्मद नसीम ने उन्हें हौसला देते हुए आगे बढ़ने की कामना की.
एआइयू के डॉयरेक्टर डॉ अमरेंद्र पानी ने शोधार्थियों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि जो भी शाेधार्थी चयनित नहीं हुए हैं, उन्हें और बेहतर करने की जरूरत है. उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की कुछ बातों का जिक्र कर उनका हौसला बढ़ाया. कहा कि जो भी शोधार्थी चयनित हुए हैं, वे और अच्छा करें, जिससे उनका नाम राष्ट्रीय स्तर पर उभर सके.
बाॅटनी विभाग के एचओडी डॉ संतोष कुमार ने एआइयू के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि शोधार्थियों को जो मौका मिला है, वह उनके भविष्य के लिए बेहतर है. ऐसे आयोजन से प्रतिभाएं सामने आती हैं.
उन्होंने अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया. साथ ही शोधार्थियों को आगे बढ़ने का हौसला दिया. इस दौरान दिल्ली से आये एक्सपर्ट टीम की डॉ उषा राय, आर्गेनाइजर सेक्रेटरी डॉ मोहम्मद नसीम मौजूद रहे. अन्वेषण में कुल नौ में से पांच प्रोजेक्ट बिहार विवि के शामिल हुए.
इनको मिला गुजरात जाने का मौका
27 प्रोजेक्टों की प्रस्तुति हाेने के बाद एक्सपर्ट की टीम ने नौ शोधार्थियों के प्रोजेक्ट को चुना. इनमें एग्रीकल्चर के तीन, बेसिक साइंस के तीन व सोशल साइंस के तीन प्रोजेक्ट शामिल किये गये.
एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट : अनामिका (बॉटनी) प्रथम, अनुपमा कुमारी (बॉटनी) द्वितीय व किसलय कुमारी (माइक्रोबायोलॉजी) तृतीय.
बेसिक साइंस : परमानंद वर्मा (बाॅयोटेकनालॉजी) प्रथम, निकहत परवीन (बाॅयोटेकनालॉजी) द्वितीय व कोलकाता के महबूब रहमान (फिजिक्स) तृतीय.
सोशल साइंस : प्रांजल कुमारी (संस्कृति) प्रथम, रंजना मल्ल (होम साइंस) द्वितीय व उत्तर प्रदेश के बनारस की जागृति (सोसालॉजी) तृतीय.