22.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

ठंड बढ़ा रहा लोगों में डप्रिेशन

ठंड बढ़ा रहा लोगों में डिप्रेशनचार माह में सदर अस्पताल लाये गये 198 रोगीठंड से उभर रहा पुराना मर्ज, नये रोगियों की भी बढ़ी तादादलगातार बढ़ रही रोगियों की संख्या, रोगियों को देख हैरत में डॉक्टरवरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुरठंड लोगों में डिप्रेशन बढ़ा रहा है. ताजा आंकड़े बताते हैं कि ठंड शुरू होने के साथ ही […]

ठंड बढ़ा रहा लोगों में डिप्रेशनचार माह में सदर अस्पताल लाये गये 198 रोगीठंड से उभर रहा पुराना मर्ज, नये रोगियों की भी बढ़ी तादादलगातार बढ़ रही रोगियों की संख्या, रोगियों को देख हैरत में डॉक्टरवरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुरठंड लोगों में डिप्रेशन बढ़ा रहा है. ताजा आंकड़े बताते हैं कि ठंड शुरू होने के साथ ही लोग डिप्रेशन के शिकार होने लगे हैं. पिछले वर्ष सितंबर से दिसंबर तक सदर अस्पताल में 198 लोगों ने इलाज कराया है. ठीक हो चुके मरीजों को भी ठंड में दोबारा इलाज की नौबत आयी है. मनोविश्लेषज्ञों का कहना है कि पुराने मरीजों में तो रोग उभर कर आ ही रहे हैं, नये मरीज भी काफी बढ़े हैं. डिप्रेशन का मुख्य कारण तनाव है. ठंड में यह तनाव जल्दी ही डिप्रेशन में बदल जाता है. इसका कारण ठंड में लोगों का मूवमेंट कम होना है. वे अधिकतर समय घर में ही बिताते हैं. तनाव में जितना समय खाली रहा जाये, डिप्रेशन उतना जल्दी अटैक करता है. चार माह में 778 रोगियों का इलाजसदर अस्पताल में चार माह पूर्व मानसिक स्वास्थ्य केंद्र खोला गया. उस समय यहां तैनात नोडल पदाधिकारी डॉ गौरव को उम्मीद नहीं थी कि मनोरोगी यहां इलाज के लिए आयेंगे. लेकिन चार माह में 778 मनोरोगियों ने यहां इलाज कराया. इसमें अधिकांश लोग डिप्रेशन से पीड़ित थे. अन्य रोगियों में मनस्नायु विकृति व मनोरोग के लक्षण पाये गये हैं. अस्पताल में रोगियों के आने का क्रम लगातार बढ़ता जा रहा है.युवा व बुजुर्ग सबसे अधिक हो रहे शिकारसदर अस्पताल में आने वाले रोगियों में सबसे अधिक युवा व बुजुर्ग हैं. मानसिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी शाहिद रजा कहते हैं कि 15 से 25 वर्ष के युवा व 45 से 60 वर्ष के बुजुर्ग मनोरोग के सबसे अधिक शिकार हो रहे हैं. प्रेम प्रसंग व परीक्षा में असफल होने वाले युवकों के अलावा पारिवारिक उपेक्षा के शिकार बुजुर्ग अधिक आते हैं. इन्हें सबसे पहले काउंसलिंग किया जाता है. उसके बाद डॉक्टर के पास रेफर किया जाता है. ठंड के मौसम में मनोरोगियों की तादाद बढ़ी है. पुराना डिप्रेशन उभर कर सामने आ रहा है. इसके अलावा युवाओं व बुजुर्ग भी काफी तादाद में मनोरोग के शिकार हो रहे हैं. सबसे बड़ी बात तो यह है कि लोगों को पता ही नहीं चलता कि वे डिप्रेशन के शिकार हो गये हैं. ऐसे में इलाज में समस्या आती है. रोगी परामर्श को नहीं मानता. उसे लगता है कि वह ठीक है.- डॉ गौरव कुमार, मनोरोग विशेषज्ञ सह नोडल पदाधिकारी, मानसिक स्वास्थ्य केंद्र, सदर अस्पताल

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें