मुजफ्फरपुर: एसकेएमसीएच के ओपी प्रभारी उमाशंकर प्रसाद सिंह पर पोस्टमार्टम के लिए रिश्वत मांगने का आरोप लगा है. इसको लेकर मृत युवक के परिजनों ने जम कर हंगामा किया. इनका कहना था, ओपी प्रभारी एक हजार रुपये की रिश्वत मांग रहे थे, जब उन लोगों ने रुपये देने से इनकार किया तो प्रभारी ने टाल-मटोल करना शुरू कर दिया. नगर डीएसपी उपेंद्र प्रसाद ने इस मामले को जांच में सही पाया है. उन्होंने प्रभारी उमाशंकर को हटाने की सिफारिश एसएसपी से की है.
बताया जाता है, समस्तीपुर के पूसा निवासी बबीता देवी ने अपने इकलौते पुत्र रमन कुमार को गुरुवार की शाम उल्टी-दस्त की होने पर एसकेएमसीएच लायी थीं. यहां पर डॉक्टरों ने उसका इलाज शुरू किया तो पता चला कि उसने जहरीला भोजन खाया है. इसकी वजह से उसकी हालत बिगड़ी है. इलाज के बाद भी रमन की हालत में सुधार नहीं हुआ. शुक्रवार की सुबह उसकी इलाज के क्रम में ही मौत हो गयी. इसके बाद डॉक्टरों ने रमन के शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए अहियापुर पुलिस को जानकारी दी.
बच्चे की मौत से टूट चुके रमन के परिजन जब एसकेएमसीएच के ओपी प्रभारी उमाशंकर प्रसाद सिंह के पास पहुंचे तो उन्होंने पहले बयान दर्ज करने के लिए एक सौ रुपये लिये. इसके बाद पोस्टमार्टम के लिए शव भेजने के लिए एक हजार रुपये की मांग करने लगे. रमन के परिजनों से रुपये देने से इंकार कर दिया, तब उमाशंर ने कहा, दोपहर बारह बजे के बाद आना. इस पर वह लोग हंगामा करने लगे. कुछ ही देर में ओपी के पास सैकड़ों लोगों की भीड़ जुट गयी. मौके पर इकट्ठा लोगों का कहना था, प्रभारी उमाशंकर बार-बार यह कह रहे थे, बगैर पैसे के सुबह के समय पोस्टमार्टम नहीं कराया जायेगा. इसके बाद वह चोर और चोरी का उदाहरण देने लगे. कहने लगे, हम तो दारोगा हैं. हमें तो पैसा चाहिए ही. उमाशंकर के बारे में इस बात की भी चर्चा है, वह हाल में ही पैरवी करवा कर एसकेएमसीएच में ओपी प्रभारी बने हैं.