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310 पैक्स अध्यक्षों ने नहीं खरीदे एंड्रायड मोबाइल

310 पैक्स अध्यक्षों ने नहीं खरीदे एंड्रायड मोबाइल शनिवार की शाम तक केवल 75 अध्यक्ष ही खरीदे मोबाइल मुश्किल में खरीद, पैक्स और सहकारिता विभाग के बीच टकराव विभाग ने एंड्रायड मोबाइल खरीदने का दिया टास्क वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर धान खरीद में नित्य नये-नये पेच फंस रहे हैं. अब धान खरीद में एंड्रायड मोबाइल खरीद […]

310 पैक्स अध्यक्षों ने नहीं खरीदे एंड्रायड मोबाइल शनिवार की शाम तक केवल 75 अध्यक्ष ही खरीदे मोबाइल मुश्किल में खरीद, पैक्स और सहकारिता विभाग के बीच टकराव विभाग ने एंड्रायड मोबाइल खरीदने का दिया टास्क वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर धान खरीद में नित्य नये-नये पेच फंस रहे हैं. अब धान खरीद में एंड्रायड मोबाइल खरीद का मामला उलझ गया है. सभी पैक्स अध्यक्षों को एंड्रायड मोबाइल खरीदना अनिवार्य है. लेकिन, केवल 75 पैक्स अध्यक्षों ने ही ऐसे मोबाइल की खरीदारी की. बाकी 310 पैक्स अध्यक्षों ने मोबाइल नहीं खरीदा है. जबकि पैक्स अध्यक्षों को धान खरीद की दैनिक रिपोर्ट मोबाइल के माध्यम से रोज देनी है. प्रतिदिन शाम में खरीद बंद होने के बाद पैक्स अध्यक्षों को अपने मोबाइल से मैसेज भेज कर जिला सहकारिता पदाधिकारी को धान खरीद की जानकारी देनी है. लेकिन ऐसा संभव नहीं दिख रहा है. क्योंकि पैक्स अध्यक्षों और सहकारिता विभाग के बीच कई मुद्दों पर टकराव चल रहा है. संयुक्त निबंधक, सहयोग समितियां तिरहुत प्रमंडल डॉ श्रवण कुमार ने बताया कि सभी पैक्स अध्यक्षों को एंड्रायड बेस्ट मोबाइल अप्लीकेशन की पूरी जानकारी अपडेट रखना है. धान की खरीदारी करनेवाले पैक्स अध्यक्षों को धान क्रय के बाद मैसेज देने के लिए प्रशिक्षण भी दिया गया है. इससे धान खरीद की जानकारी देने में उन्हें सहूलियत होगी. कहां से लायेंगे 50 हजार रुपये, अध्यक्ष परेशान जिला सहकारी संघ के अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार राय का कहना है कि सरकार का नया नियम किसी भी स्थिति में किसान और पैक्स अध्यक्षों के हित में नहीं है. नमी मापक यंत्र-12 हजार रुपये, बोरा सिलाई मशीन 25 हजार रुपये और एंड्रायड मोबाइल – 12 हजार रुपये से अधिक पड़ता है. इन तीनों सामान की खरीदारी पैक्स अध्यक्षों को करने के लिए कहा जा रहा है. तीनों सामान की खरीद पर करीब 50 हजार रुपये लगेंगे. पैक्स अध्यक्ष 50 हजार रुपये कहां से लायेंगे.कहां से देंगे 67.5 किलोग्राम चावल सरकार का फैसला है कि इस बार पैक्स धान की कुटाई करा कर एसएफसी को चावल देगा. एक क्विंटल धान के बदले में 67.5 किलोग्राम चावल पैक्स अध्यक्षों को देने का प्रावधान किया गया है. लेकिन एक क्विंटल धान में 50 से 55 किलोग्राम चावल निकल रहा है. ऐसे में कोई भी पैक्स अध्यक्ष नुकसान का जोखिम नहीं लेने की स्थिति में है. अध्यक्षों का कहना है कि हमलोग केवल धान खरीद करेंगे. कुटाई एजेंसी का दायित्व किसी और को दिया जाये. धान की दर को तनातनी रेट को लेकर भी तनातनी की स्थिति मची हुई है. पिछले वर्ष किसानों की धान 1610 रुपये प्रति क्विंटल खरीद की गई थी. 1310 रुपये न्यूनतम समर्थन मूल्य और 300 रुपये बोनस था. लेकिन इस वर्ष राज्य सरकार ने बोनस के बारे में स्थिति को स्पष्ट नहीं की है. केवल न्यूनतम समर्थन मूल्य 1410 रुपये ही तय हुआ है.

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