मुजफ्फरपुर: शिक्षक बहाली की प्रक्रिया में देरी होगी. द्वितीय व तृतीय चरण की प्रक्रिया पूरी करने में कहीं अधिकारी तो कहीं जनप्रतिनिधि रोड़ा अटका रहे हैं. प्रखंड नियोजन इकाइयों में कहीं मेधा सूची पर प्रखंड प्रमुख का दस्तखत नहीं हुआ है तो कहीं प्रशासनिक स्तर से मेधा सूची ही फाइनल नहीं हुआ है. जिला से लेकर प्रखंड व पंचायत नियोजन इकाइयों का कमोबेश यही हाल है. इस कार्यशैली से शिक्षक नियोजन कार्य समय पर पूरा नहीं हो सकता है.
जिला परिषद नियोजन इकाई प्रभारी द्वितीय चरण की स्थिति के बारे में कुछ नहीं बता रहे हैं. वहीं नगर निगम में नियोजन कार्य धीमा है, जबकि जिलाधिकारी 19 नवंबर तक शिक्षक नियोजन कार्य पूर्ण कर नियोजन पत्र निर्गत करने का आदेश नियोजन इकाइयों के अधिकारियों को दे चुके हैं. जिलाधिकारी ने साफ कहा था कि शिक्षक नियोजन नहीं होने से गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा से बच्चों को वंचित किया जा रहा है.
शिक्षक-छात्र राष्ट्रीय मानक के अनुरूप नहीं है. इसके लिए नियोजन इकाई दोषी माने जायेंगे. जिला परिषद ने जिला परिषद में द्वितीय व तृतीय चरण की शिक्षक नियोजन प्रारंभ नहीं होने पर आपत्ति जतायी थी. वहीं, नगर निगम, मुजफ्फरपुर में प्रथम चरण के नियोजन की प्रक्रिया भी पूर्ण नहीं होने पर खेद जताया था. जिलाधिकारी ने डीडीसी, नगर आयुक्त, मोतीपुर, साहेबगंज के सीओ, बीडीओ व कांटी नगर पंचायत को पत्र लिखा था. कहा था कि शिक्षक नियोजन कार्य असंतोष जनक है. शिक्षा विभाग की ओर से निर्धारित नियोजन की तिथि समाप्ति की ओर है. इस स्थिति में नियोजन इकाई जिम्मेवार होंगे.