मुजफ्फरपुर: तीन माह पूर्व जमीनी विवाद में हुए मारपीट में जख्मी सूरज महतो की मौत के बाद मंगलवार को तुर्की ओपी क्षेत्र के छाजन गांव में जम कर बवाल हुआ. महिला चेतना मंच, नारी मुक्ति मोरचा व अत्याधार विरोध मोरचा के बैनर तले सैकड़ों महिलाओं ने छाजन गांव निवासी देवेंद्र सिंह व किशोरी सिंह के घर पर हमला बोल दिया. घर की महिला सदस्यों के साथ जम कर मारपीट की गयी. जान बचाने के लिए उन्हें घर के पास बांसवारी में छिपना पड़ा. यहीं नहीं, उनके घर को तहस-नहस कर लाखों रुपये के संपत्ति को नुकसान पहुंचाया. मौके पर मौजूद पुलिस कर्मी व कुढ़नी बीडीओ अशोक कुमार सिंह पांच घंटे तक मूक दर्शक बने रहे. महिलाओं ने पुलिस पर रोड़ेबाजी भी की. डीएसपी पश्चिमी को जान बचा कर मौके से भागना पड़ा.
घंटों सदर ए इंस्पेक्टर शंकर झा व तुर्की ओपी प्रभारी को बंधक बनाये रखा गया. शाम 7.30 बजे के करीब एडीएम धनंजय ठाकुर भारी संख्या में पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे. स्थानीय लोगों के साथ वार्ता के बाद पूरे मामले को शांत कराया गया. देर रात तक मौके पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया था. वहीं, देर रात दोनों पक्ष से प्राथमिकी की तैयारी की जा रही थी.
यह लोग सूरज की मौत से लोग आक्रोशित हो गये. मंगलवार की सुबह महिला चेतना मंच, नारी मुक्ति मोरचा व अत्याधार विरोध मोरचा के बैनर तले सैकड़ों महिलाओं ने सूरज के शव को देवेंद्र सिंह के घर पर रख कर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया.सूचना मिलने पर तुर्की पुलिस कुढ़नी बीडीओ के साथ मौके पर पहुंची. पुलिस बल की मौजूदगी में सैकड़ों की संख्या में महिलओं ने देवेंद्र सिंह के घर पर हमला बोल दिया. उनकी पत्नी व बेटी पप्पी के साथ मारपीट की गयी. पप्पी मारपीट किये जाने से बुरी तरह से घबरा गयी थी. वह लगातार रो रही थी. उसका कहना था, उसके कान व गले से जेवर उतार लिये गये हैं. इस दौरान उसको पीटा गया. घर में रखे दो मोबाइल फोन भी तोड़फोड़ कर रहे लोग अपने साथ ले गये हैं. वह कह रही थी, घर का सारा सामान लोग ले गये. अब हम लोग कैसे रहेंगे. यही कह कर वह लगातार रो रही थी.
उनके बथान में तोड़फोड़ कर तहस-नहस कर दिया गया. यहीं नहीं, बथान से उनके गाय-भैंस भी खोल लिये गये. उनके घर के पास ही भाई किशोरी सिंह का मकान है. वे सपरिवार रांची रहते है. गांव में उनकी पतोहू अकेले रहती है. पतोहू गुंजन देवी पंचायत शिक्षिका है. बताया जाता है कि उसके घर पर हमला बोल कर गुंजन के साथ मारपीट की गयी. उसके कान व नाक से आभूषण भी छीन लिया गया. घर में लोगों की ओर से लूटपाट किये जाने से गुंजन भी टूट गयी थी. उसके मुंह से बोल नहीं निकल रहे थे. वह लगातार रो रही थी.
आक्रोशित लोगों ने देवेंद्र सिंह के घर के बाहर बेरी को तोड़ कर गेंहूं भी लूट लिया गया. बथान पर लगी बाइक को लोगों ने क्षतिग्रस्त कर दिया. घर के एक-एक सामान को बाहर कर तोड़फोड़ किया गया. किशोरी सिंह के घर की खिड़की में लगे लोहे की ग्रिल को भी लोगों ने ढाह दिया.
घर के लोग पुलिस वाले से मदद मांगने गये, तो उन्हें महिला पुलिस नहीं होने का हवाला देते हुए मदद से इनकार कर दिया गया. इसी बीच सूचना मिलने पर आसपास के थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गयी. लेकिन लोगों के रौद्र रूप देख घटनास्थल पर जाने की पुलिस हिम्मत नहीं जुटा पायी. सदर ए इंस्पेक्टर शंकर झा व तुर्की प्रभारी शशि रंजन को लोगों ने घंटों बंधक बनाये रखा. डीएसपी पश्चिमी अजय कुमार व एसडीओ पश्चिमी को भी लोगों का आक्रोश ङोलना पड़ा. पुलिस को जुटता देख लोगों ने रोड़ेबाजी शुरू कर दी. रोड़ेबाजी होता देख डीएसपी सहित अन्य पुलिस कर्मी मौके से उल्टे पांव फरार हो गये. पथराव की सूचना पर सदर, काजीामोहम्मदपुर, कांटी, पानापुर, सरैया, बोचहां सहित पुलिस लाइन से भारी संख्या में पुलिस बल को मौके पर भेजा गया. शाम 7.30 बजे के बाद एडीएम धनंजय ठाकुर के पहुंचने पर मामला शांत हो पाया. एडीएम की मौजूदगी में स्थानीय लोगों के साथ वार्ता की गयी.
घर कुर्क करना चाहते थे लोग
आक्रोशित लोग प्रशासन की लापरवाही से नाराज थे. ग्रामीण खुद आरोपित के घर कुर्की करना चाहते थे. आक्रोशित लोगों को देख कर देवेंद्र सिंह के परिजन वहां से भाग निकले. वहीं देवेंद्र सिंह के चचेरे भाई राजकिशोर की बहू शिक्षिका गुंजन देवी के घर पर भी लोगों ने हमला बोला. शिक्षिका गुंजन देवी ने बताया कि उनके घर पर लोगों ने हमला करके कई समान लूट लिया है. शिक्षिका नेलोगों पर 25 लाख की संपत्ति लुटने का आरोप लगाया है. इधर,
शिक्षिका के घर हमले को लेकर ग्रामीणों में
प्रशासन के प्रति रोष है. ग्रामीणों का कहना है कि शिक्षिका का परिवार अच्छा है.
डीएसपी की गाड़ी का शीशा फोड़ा
प्रदर्शन कर रहे लोगों ने पुलिस पर रोड़ेबाजी ही नहीं की. वहां से पुलिस अधिकारियों व अन्य लोगों को
भागने पर मजबूर कर दिया. गुस्साये लोगों ने डीएसपी की गाड़ी का शीशा भी फोड़ दिया. यह लोग सूरज के परिजनों को न्याय देने की मांग कर रहे थे. इनका कहना था, पुलिस ने जान बूझ कर आरोपित देवेंद्र सिंह को गिरफ्तार नहीं किया है.