27.4 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

पहली बार वोट दिया तो पता चला महत्व

पहली बार वोट दिया तो पता चला महत्वसभी फोटो है संवाददाता, मुजफ्फरपुर चकबासू मोहल्ला से पहली बार मतदान करने आयी सुमन कुमारी बेहद खुश थी. सुमन वोट गिराने के लिए जब लाइन में खड़ी थी. उस वक्त उसे इस बात की जल्दी थी कि वह कितनी जल्दी मतदान करे. बूथ नंबर 185 पर वोट गिराने […]

पहली बार वोट दिया तो पता चला महत्वसभी फोटो है संवाददाता, मुजफ्फरपुर चकबासू मोहल्ला से पहली बार मतदान करने आयी सुमन कुमारी बेहद खुश थी. सुमन वोट गिराने के लिए जब लाइन में खड़ी थी. उस वक्त उसे इस बात की जल्दी थी कि वह कितनी जल्दी मतदान करे. बूथ नंबर 185 पर वोट गिराने आयी सुमन ने बताया कि उसका शुरू से सपना था कि वह मतदान करे, लेकिन उसकी उम कम होने को लेकर वह पिछले साल मतदान नहीं कर सकी. उसने कहा कि इस साल उसे मतदान करने का मौका मिला है. इसे लेकर वह बेहद खुश है. पहले घर में पापा-मम्मी से मतदान के बारे में सुना करती थी, लेकिन आज देख रही हूं कि मतदान कैसे होता है. लाइन में खड़े थे, पता चला वोट गिर गया ब्रह्मपुरा स्थित बूथ संख्या सात पर प्रीति देवी नामक महिला वोट गिराने के लिए पहुंची. उसके हाथ में परची भी थी. इसके बाद वह वोट गिराने के लिए लाइन में लगी. लेकिन 20 मिनट लाइन में लगने के बाद जब वह वोट गिरने की बारी आयी तो वहां बैठे पोलिंग एजेंटों ने कहा कि इनके मतों का प्रयोग हो चुका है. जबकि प्रीति देवी ने अपने हाथ दिखाये और कहा कि उसने वोट नहीं गिराया है. वह अभी ही वोट गिराने आयी है. वोट गिरा देने की बात पर सुरक्षाकर्मी उसे लाइन से बाहर कर दिया. इसके बाद उसने बूथ पर खड़े प्रिजाइडिंग ऑफिसर से इसकी शिकायत की, लेकिन उसे मत देने नहीं दिया गया. बच्चे ने सड़क को बनाया खेल का मैदानहर कोई वोट देने के लिए बूथों की ओर जाते दिख रहा था. लेकिन छोटे-छोटे बच्चों को मतदान से कोई मतलब नहीं था. वे जवाहर लाल रोड पर वाहनों का आवागमन नहीं होने के कारण उसे खेल का मैदान बनाकर क्रिकेट खेलने में मशगूल थे. सड़क पर फल के कार्टून को रख उसे विकेट बना दिया और मैच खेलने लगे. सानू, गोविंद, गुकेश, आकाश व छोटू ने कहा कि आज स्कूल बंद है. घर वालों ने भी उन्हें खेलने की इजाज्त दे दी है. हर दिन मैदान में जाकर शाम को क्रिकेट खेलते थे, लेकिन आज सड़क पर वाहन नहीं चल रहे हैं तो सोचा यहीं मैच खेल लें. सुनसान दिखा रेलवे स्टेशनरेलवे स्टेशन पर जहां अन्य दिनों में हजारों लोग आवाजाही करते हैं, वहीं रविवार को इक्का-दुक्का लोग ही नजर आ रहे थे. स्टेशन परिसर सुनसान दिख रहा था. स्टेशन परिसर में वाहन खड़े नहीं थे. आलम यह था कि ऑटो भी जंकशन परिसर में नजर नहीं आ रहे थे. इधर, यूटीएस काउंटर पर जहां अन्य दिनों में लंबी कतार लगी रहती है, वहीं आज वहां टिकट कलर्क यात्री के इंतजार करते दिखे. दिन भर में यूटीएस काउंटर पर महज दो सौ टिकट ही बिके. जबकि प्रतिदिन एक काउंटर पर पांच सौ से सात सौ टिकट काटते हैं. जंकशन से रवाना होने वाली ट्रेनें भी खाली-खाली नजर आयीं.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें