मुजफ्फरपुर: बोचहां से नामांकन परचा दाखिल कर चुकी लोजपा प्रत्याशी बेबी कुमारी का टिकट कटने का मामला हाई लेबल तक पहुंच चुका है. जहां टिकट कटने की बात को लेकर सांसद अजय निषाद बेबी के साथ लोजपा सुप्रीमो राम विलास पासवान व चिराग पासवान से मिलकर बोचहां की स्थिति से अवगत कराया, वहीं सांसद निषाद ने भाजपा के प्रदेश नेतृत्व से लेकर बिहार प्रभारी अनंत कुमार व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित साह को भी इस मामले से अवगत करा चुके हैं.
भाजपा नेता राजेश रौशन ने बताया कि बोचहां से एनडीए गंठबंधन के तीनों दलों के प्रखंड अध्यक्ष भी चिराग पासवान व राम विलास पासवान से मिलकर स्थिति से अवगत कराए हैं. बताया जाता है कि सांसद श्री निषाद को अमित साह व अनंत कुमार ने भी भरोसा दिलाया है कि टिकट मिलने के बाद टिकट नहीं काटा जाना चाहिए. वे इसके लिए पहल करेंगे. वैसे चर्चा यह भी है कि जिस समय बेबी को सिंबल दिया गया, उस समय ए और बी दोनों फॉर्म उन्हें उपलब्ब्ध करा दिया गया. नामांकन के क्रम में बेबी कुमारी ने दोनों फॉर्म निर्वाचन अधिकारी के यहां जमा करा दी है.
लोजपा में सिंबल देकर फिर दूसरे लोगों को उम्मीदवार बनाने की यह नई परंपरा नहीं है. वर्ष 2005 में भी गायघाट विधान सभा से अजय सिंह को लोजपा का सिंबल दे दिया गया था, उन्हें भी एक और बी दोनों फार्म दे दिया गया था. फिर अचानक वकील सहनी को लोजपा ने अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया और उन्हें भी सिंबल दिया, लेकिन कुछ कानूनी पेंच में मामला उलझ गया और अजय सिंह को ही पार्टी का चुनाव चिन्ह आवंटित हुआ.
पार्टी वकील सहनी को अपना उम्मीदवार मानते हुए उन्हीं के पक्ष में प्रचार-प्रसार की. बेबी कुमारी के मामले में भी कमोबेश लोग उसी मामले से जोड़कर देखा जा रहा है. वैसे जहां लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राम विलास पासवान के दामाद अनिल कुमार साधु को 13 अक्तूबर को नामांकन परचा दाखिल करने की बात बतायी जा रही है, वहीं बेबी के सिंबल बरकरार रहने की भी चर्चा है. फिर भी क्षेत्र की जनता के साथ ही गंठबंधन के स्थानीय नेता व कार्यकर्ता भी असमंजस की स्थिति में है.